संसद में पेशी के दौरान मर्डोक पर हमला
२० जुलाई २०११ब्रिटिश संसदीय समिति के सामने सुनवाई के दौरान मर्डोक के पास ही बैठी उनकी तीसरी पत्नी वेंडी डेंग ने झटके से उठ कर इस हमले को नाकाम किया और हमलावर को दबोच लिया. तब तक वहां मार्शल भी पहुंच गए और दूसरे लोगों ने भी उसे पकड़ लिया. सुनवाई के दौरान रूपर्ट मर्डोक के साथ उनके बेटे जेम्स मर्डोक भी बैठे हुए थे.
लाखों लोगों ने इस सुनवाई और हमले को टीवी पर देखा. मर्डोक की 42 साल की चीनी मूल की पत्नी वेंग डी की फुर्ती ने सबको हैरान किया. वेंग डी एक सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार से आती हैं. वह येल यूनिवर्सिटी की ग्रेजुएट हैं और योग करना खूब पसंद करती हैं. न्यूजकॉर्प इंटरनेशनल की पूर्व कर्मचारी से मर्डोक ने 1999 में अपनी दूसरी पत्नी को तलाक देने के बाद शादी की थी.
नहीं मानी गलती
संसदीय समिति के सामने पेशी में मर्डोक ने पूरे फोन हैकिंग की घटना के लिए माफी मांगी और कहा कि इसमें उनकी कोई गलती नहीं. उनका कहना है कि उन्होंने अपने कर्मचारियों और उन लोगों पर भरोसा किया जिन पर उनके कर्मचारियों को भरोसा था. मर्डोक ने फोन हैकिंग से जुड़े सबूत भी संसदीय समिति के सामने रखे और कहा कि कंपनी के 53,000 कर्मचारियों पर निजी रूप से नजर रखना उनके लिए संभव नहीं है.
थके थके और परेशान नजर आ रहे मर्डोक ने मंगलवार को अपनी जिंदगी का सबसे 'दयनीय दिन' कहा. मर्डोक ने अपना और अपने बेटे का बचाव किया. सांसदों ने उनसे सरकारी अधिकारियों को दिए गए पैसों के बारे में सवाल किए. इसी दौरान उन पर हमला हुआ और थोड़ी देर के लिए संसद की कार्रवाई रोक दी गई. हमले के बाद वहां मौजूद आम लोगों और पत्रकारों को चले जाने को कहा गया.
घिरता न्यूजकॉर्प
प्रधानमंत्री डेविड कैमरन खासतौर से इस कार्रवाई में शामिल होने के लिए दक्षिण अफ्रीका के विदेश दौरे से वापस लौट आए हैं. थोड़ी देर बाद संसद की कार्रवाई दोबारा शुरू हुई और मर्डोक ने सभी सवालों के विस्तार से जवाब दिए.
इस बीच न्यूयॉर्क में न्यूजकॉर्प के शेयरों की कीमतों में 5.5 फीसदी का इजाफा हुआ है और इसने हाल के दिनों में हुए घाटे की कुछ भरपाई की है. सुनवाई के दौरान भावुक नजर आ रहे मर्डोक ने सारी करतूतों का ठीकरा अपने कर्मचारियों के सिर फोड़ा. इस साल उनके अखबारों से जुड़े 10 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है लेकिन मर्डोक ने कहा, "मैंने उनके बारे में कभी कुछ नहीं सुना."
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ए कुमार