सचिन के लिए जीता वर्ल्ड कपः युवराज सिंह
३ अप्रैल २०११अपने शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुने गए युवराज सिंह का कहना है, "सॉरी दोस्तो, अगर आपको इससे निराशा होती है तो हो, लेकिन यह न तो मेरी गर्लफ्रेंड के लिए है ना और नही मेरी प्रेमिका के लिए. ये तो बस सचिन तेंदुलकर के लिए है."
भारत ने शनिवार को खेले गए वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका को छह विकेट से हराया. मैच के बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ एक प्रेस कांफ्रेस में युवराज सिंह ने कहा, "अब भी भरोसा नहीं हो रहा है कि हमने वर्ल्ड कप जीत लिया है. पहले अंडर 19 वर्ल्ड कप, फिर ट्वेंटी20 वर्ल्ड कप लेकिन यह तो सबसे खास है. यह सचिन के लिए है और टीम के हर खिलाड़ी के लिए है. मैं इसे अपने गुरू राम सिंह और गुरू अजित सिंह, अपने माता पिता और दोस्तों को समर्पित करता हूं."
पिछली बार के वर्ल्ड चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वार्टरफाइनल में भारत को जीत की राह दिखाने वाले युवराज का कहना था कि वह वर्ल्ड कप की ट्रॉफी किसी खास व्यक्ति के लिए जीतना चाहते थे और इस व्यक्ति का नाम वह वर्ल्ड कप जीतने के बाद बताएंगे. 29 वर्षीय युवराज सिंह मानते हैं कि भारत फाइनल में चैंपियन की तरह खेला और वह जीत का हकदार है. आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हारून लोर्गाट से प्लेयर ऑफ द टूर्मामेंट का पुरस्कार लेने वाले युवराज सिंह ने कहा, "हम चैंपियनों की तरह खेले और जीत के हकदार थे. हमने चैंपियनों की तरह बल्लेबाजी की और फील्डिंग में रन भी बचाए."
युवराज सिंह का कहना है कि सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग के जल्दी आउट होने के कारण वह किसी हड़बड़ी में थे और टीम ने इस बात पर चर्चा की कि कैसे उन गलतियों से बचा जाए जो 2003 में वर्ल्ड कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ की गई थीं.
युवराज सिंह ने भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और मौजूदा कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का शुक्रिया अदा किया जिन्होंने मुश्किल वक्त में उनका साथ दिया. वह कहते हैं, "जब मैंने अपना करियर शुरू किया तो सौरव कप्तान थे और उन्होंने मेरा भरपूर साथ दिया. जब मेरे करियार में उतार चढ़ाव चल रहे थे तो माही (धोनी) ने मुझे समर्थन दिया. माही एक महान कप्तान रहे हैं. वह जिसे भी हाथ लगाते, वह सोना बन जाता है. सौरव और धोनी मेरे करियर में बहुत मददगार रहे हैं."
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः आभा एम