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सबसे बड़ी उपलब्धिः सचिन

४ अप्रैल २०११

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के 22 साल के इतिहास में पहला मौका रहा, जब भारत के सचिन तेंदुलकर की आंखों में आंसू दिखे. उन्होंने वर्ल्ड कप जीतने को अपने जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि बताया और कहा कि बचपन का सपना सच हो गया.

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तस्वीर: UNI

वर्ल्ड कप जीतने के एक दिन बाद सचिन ने मीडिया से बातचीत में कहा, "जब मैं छोटा बच्चा था, तभी से यह सपना देखता था कि एक दिन मैं वर्ल्ड कप उठाऊंगा. इस दौरान मेरे करियर में बहुत सी चीजें हुईं और मैं कुल मिला कर बेहद खुश हूं."

उन्होंने कहा, "लेकिन यह सबसे बड़ी उपलब्धि है. इसने पूरे भारतीयों के चेहरे पर खुशी ला दी है. बहुत से भारतीय विदेशों में रहते हैं और उन्हें हमारी उपलब्धि पर गर्व हो रहा होगा."

मैन ऑफ द वर्ल्ड कप युवराज सिंह ने कहा कि भारत की मौजूदा टीम ने हमेशा अपने स्तर को ऊंचा बनाए रखने में विश्वास किया है और इस टीम में गजब की एकता है. युवराज ने कहा, "मुझे लगता है कि हमने कप को कम से कम 1000 बार चूमा होगा. यह एक महान टीम है, जिसने एक दूसरे का साथ दिया है. हम गैरी कर्स्टन के शुक्रगुजार हैं, जिनकी वजह से हमने अपना स्तर ऊपर उठाया."

वर्ल्ड कप जीतने के बाद सचिन तेंदुलकर से लिपट जाने की घटना के बारे में पूछे जाने पर युवराज ने कहा कि उन्हें याद नहीं है कि सचिन ने उनसे क्या कहा लेकिन उन्होंने कभी भी सचिन की आंखों में आंसू नहीं देखे थे.

रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल

संपादनः ओ सिंह

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