सरकारी सेना से बचने की लोगों की कवायद
१५ जून २०११सीरिया के पूर्वी कबायली प्रांतों में तीन लाख 80 हजार बैरल तेल का प्रतिदिन उत्पादन होता है. वहीं देर अल जोर और अल्बु कमाल में बख्तरबंद गाड़ियां तैनात की गई हैं. ये इलाके इराक की सीमा के पास हैं. सीरिया को दमिश्क से जोड़ने वाले राजमार्ग पर कई हजार लोग सुरक्षित पनाह की तलाश में घर छोड़ कर निकले हैं. मरात अल नुमान में एक मस्जिद के लाउड स्पीकर से घोषणा की गई कि 'सेना आ रही है खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित जगहों पर ले जाओ.'
निशाने पर 360
निवासी अलेपू और पूर्वी रेगिस्तान के गांवों में रहने की जगह ढूंढ रहे हैं. कई लोग आस पास के देशों में चले गए हैं. तुर्की में अब तक साढ़े आठ हजार सीरियाई नागरिक पहुंचे हैं. मरात अल नुमान के 70 फीसदी निवासी जा चुके हैं.
राज्य के गवर्नर ने कहा कि सेना सिर्फ उन 360 लोगों को गिरफ्तार करने के लिए मरात में आ रही है, जो उनकी सूची में हैं. लेकिन मरात के निवासियों को गवर्नर की बात पर भरोसा नहीं. ओथमान अल बेदइवी ने कहा, "मेरा नाम भी सूची में बंदूकधारी के तौर पर है लेकिन मैंने अपने जीवन में कभी हथियार नहीं उठाए हैं."
भागते लोगों पर गोलीबारी
सीरियाई सेना ने पहले जिस्र अल शगूर में कई सौ लोगों को गिरफ्तार किया. इसके बाद वह मरात अल नुमान शहर की ओर बढ़ गई. भागने वाले लोगों ने शबिहा सरकारी सेना के लोगों पर गोलियां चलाने की जानकारी दी. हालांकि सीरिया में किसी भी पत्रकार के जाने पर रोक लगा दी गई है इसलिए किसी तरह की स्वतंत्र रिपोर्ट नहीं मिल पा रही है.
वहीं सीरिया के सरकारी टीवी ने कहा है कि सैनिक हथियार लिए आतंकियों की तलाश कर रहे हैं. सीरिया से जान बचाने के लिए भागे लोगों को रोजमर्रा की चीजें और दवाइयां नहीं मिल पा रही हैं और वे बहुत ही परेशानी में रहने को मजबूर हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः वी कुमार