साइमंड्स शानदार इंसान हैं: हरभजन सिंह
१० मई २०११एक ही दिन ही पहले मीडिया में ऐसी रिपोर्टें आईं कि मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने हरभजन सिंह और एंड्रयू साइमंड्स के बीच मतभेदों को दूर करने में मदद की और अब हरभजन सिंह की ओर से यह बयान आया है. हरभजन सिंह के मुताबिक मीडिया ने साइमंड्स और उनके बीच विवाद को बढ़ा चढ़ाकर पेश किया और राई का पहाड़ बना दिया.
भज्जी ने कहा, "हम दोनों मुंबई के लिए खेल रहे हैं. वह शानदार इंसान हैं और इस समय का लुत्फ उठा रहे हैं." हरभजन सिंह और एंड्रयू साइमंड्स आईपीएल में मुंबई इंडियंस की ओर से खेलते हैं. साइमंड्स और हरभजन के बीच विवाद तीन साल पहले 2008 में सिडनी टेस्ट के दौरान हुआ जब आपसी कहासुनी के बाद हरभजन सिंह पर आरोप लगे कि उन्होंने साइमंड्स के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया.
फिर से दोस्ती
द ऑस्ट्रेलियन अखबार के मुताबिक अब दोनों पुरानी बातों को भुलाकर दोस्त बन गए हैं. जब हरभजन सिंह से इस खबर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे हमेशा दोस्त रहे हैं लेकिन मीडिया की वजह से ही तिल का ताड़ बना दिया गया.
हालांकि उन्होंने माना कि इस स्तर पर मैच खेलते समय ऐसी घटनाएं हो जाती हैं. उन्होंने कहा, "हर टीम जीतना चाहती है. खेल के दौरान कहासुनी हो जाती है लेकिन मैंने इस बात को वहीं पर तभी खत्म कर दिया. उसके बाद से हम मुंबई के लिए खेल रहे हैं." भज्जी ने स्वीकार किया कि इस विवाद के निपटारे में सचिन तेंदुलकर ने अहम भूमिका निभाई.
क्या था मंकी कांड
2008 में सिडनी टेस्ट में एंड्रयू साइमंड्स ने आरोप लगाया था कि हरभजन सिंह ने उन्हें "मंकी" कहा जिसके बाद मैच रेफरी माइक प्रॉक्टर ने हरभजन पर तीन मैच की पाबंदी लगाई. हरभजन सिंह को नस्लभेदी टिप्पणी का दोषी पाया गया.
लेकिन बाद में जस्टिस जॉन हैन्सन ने मामले की सुनवाई के बाद नस्लभेदी टिप्पणी का आरोप खारिज कर दिया और प्रॉक्टर की सजा खारिज करते हुए भज्जी को 50 फीसदी मैच फीस की कटौती की सजा दी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: वी कुमार