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सात दिन बाद ईद मनाने का मौका

२४ अगस्त २०१२

जब पुरुष दिन भर का व्रत रखते हैं तो महिलाएं इफ्तार पार्टी के लिए खाना पकाती हैं. जब मर्द सज धजकर दोस्तों से गले मिल रहे होते हैं तो महिलाएं स्वागत की तैयारियों में जुटी होती है.

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रमजान का महीना भी महिलाओं को बराबरी का मौका नहीं देता. किस्सा है अफगानिस्तान का.युद्ध से तबाह अफगानिस्तान में ईद का त्यौहार जश्न की सौगात लेकर आता है. हर जगह साफ सफाई की जाती है. लोग अच्छे कपड़े पहनते हैं. एक दूसरे से गले मिलते हैं. दशकों के दर्द की जगह चेहरे पर खुशी छा जाती है. लेकिन महिलाओं की स्थिति ऐसी है कि उन्हें ईद की खुशी मनाने का मौका ही नहीं मिलता.

ईद के 7 दिन बाद जब घर गृहस्थी के कामों से छुट्टी मिल जाती है तब जाकर शुरु होती है महिलाओं की ईद. उत्तरी अफगानिस्तान के शहर मजार-ए-शरीफ में रहने वाली नसीमा कहती हैं कि अच्छा हुआ घर के काम से राहत मिली है. अफगानिस्तान में ईद का त्यौहार तीन दिन के लिए मनाया जाता है. नसीमा कहती हैं, "हर दूसरे त्यौहार की तरह ईद भी यहां पुरुषों का त्यौहार बन जाता है." अब जब ईद की गहमागहमी समाप्त हो चुकी है वो ईद का जश्न चाय की चुस्कियों से शुरु कर रही हैं.

पारंपरिक रूप से रमजान की समाप्ति पर पुरुष दोस्तों के घर जाते हैं. लोगों से मिलते हैं और जश्न मनाते हैं. खाना पकाना और साफ सफाई का काम महिलाओं के हवाले होता है. हालांकि महिलाएं भी इस दौरान साज श्रृंगार करती हैं. हाथों में मेंहदी सजाती हैं, पर उनका वक्त ज्यादातर मेहमानों के स्वागत सत्कार में ही बीतता है. नसीमा कहती है, "घर में मेहमान आते थे और मुझे प्लेट धोना पड़ता था. तब मुझे गु्स्सा आता था. क्या आप यकीन करेंगे कि हम लोग शाम से लेकर सुबह तक बस खाना ही पकाते थे. जब पुरुष इफ्तार करते थे तो अल्लाह को शुक्रिया कहते थे, लेकिन हम महिलाओं को एक बार भी शुक्रिया नहीं कहा जाता था."

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तस्वीर: MEHR

हालांकि नसीमा को इस बात का अफसोस भी है कि कुछ मुसलमान रमजान का सही मतलब भूल चुके हैं. रमजान का महीना इसलिए होता है ताकि इंसान की आत्मा को शुद्ध किया जा सके, न कि इसलिए कि इंसान का काम बढ़ जाए. मजार-ए-शरीफ की ज्यादातर महिलाओं के लिए ईद एक सप्ताह के बाद शुरू होती है. जब घर के पुरुष घूमना फिरना बंद कर देते है, तो फिर बारी आती है महिलाओं की. जाहिर है इसके बाद महिलाएं जमकर मौज मस्ती करती है.

रिपोर्ट: शाकिब नकबीन/वीडी

संपादन: महेश झा

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