सानिया मिर्जा विम्बलडन से बाहर
२२ जून २०११दुनिया में 60वीं वरीयता प्राप्त सानिया मिर्जा को शिकस्त देने वाली रजानो वर्ल्ड रैंकिंग में 96वें नंबर पर हैं लेकिन विम्बलडन में खेले गए मैच में रैंकिंग बेमानी साबित हुई. वैसे भी विम्बलडन में हरी घास पर सानिया मिर्जा संघर्ष करती नजर आती हैं. सानिया सात बार विम्बलडन खेली हैं और तीन बार वह पहले राउंड से ही बाहर हो गई हैं जबकि चार बार दूसरे राउंड से आगे वह नहीं बढ़ पाईं. पिछले साल भी पहले राउंड में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था.
पहले सेट में मुकाबला टक्कर का था और दोनों खिलाड़ियों ने एक दूसरे को ज्यादा मौका नहीं दिया. सर्विस न टूट पाने के चलते सेट टाइब्रेक में गया और सानिया 6-7 से पहला सेट हार गईं. दूसरे सेट में सानिया ने मजबूत वापसी की और शानदार शॉट लगाए. 37 मिनटों में दूसरा सेट 6-2 से जीतने के बाद मैच बराबरी पर आ गया और मुकाबला तीसरे सेट तक खिंच गया.
निर्णायक सेट में पहले छह गेम तक मुकाबला 3-3 से बराबर रहा लेकिन फिर सातवें गेम में सानिया मिर्जा की सर्विस ब्रेक हो गई और वह 3-4 से पीछे हो गईं. अपनी सर्विस को बरकरार रख रजानो ने 5-3 की बढ़त ले ली. इसके चलते सानिया दबाव में आ गईं और अपनी सर्विस कायम रखने में नाकाम रहीं और 3-6 से तीसरा सेट और मैच हार गईं.
एकल मुकाबले में भले ही सानिया की चुनौती खत्म हो गई हो लेकिन महिला डबल्स में रूस की एलीना वेसनीना के साथ वह खेलेंगी. एलीना और सानिया की जोड़ी को चौथी वरीयता मिली है और इस साल फ्रेंच ओपन के फाइनल तक यह जोड़ी पहुंच चुकी है. पहले राउंड में भारतीय और रूसी खिलाड़ी की जोड़ी का मुकाबला रूस की एना चाकवेतादजे और अमेरिका की मिलानी आउडिन से होगा.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: महेश झा