सूद समेत पैसा चुकाएं आर्मस्ट्रॉन्ग
२४ दिसम्बर २०१२2004 में संडे टाइम्स ने एक खबर छापी. खबर में संदेह जताया गया कि लांस आर्मस्ट्रॉन्ग साइक्लिंग में गलत तरीकों का सहारा ले रहे हैं. अमेरिकी साइक्लिस्ट आर्मस्ट्रॉन्ग के अंडकोष में कैंसर था. 1996 में कैंसर का पता चला और फिर दो साल इलाज चला. इलाज के बाद आर्मस्ट्रॉन्ग ने साइक्लिंग में वापसी की और 1999 से 2005 तक लगातार सात बार सबसे कठिन साइकिल रेस टूर डे फ्रांस जीती.
संडे टाइम्स ने कैंसर के बाद आर्मस्ट्रॉन्ग के लगातार टूर डे फ्रांस जीतने पर हैरानी जताई. आठ साल पहले छपी रिपोर्ट में अखबार ने कहा कि शायद आर्मस्ट्रॉन्ग डोपिंग का सहारा ले रहे हैं. रिपोर्ट छपने के बाद अमेरिकी साइक्लिस्ट ने अखबार पर मानहानि का मुकदमा ठोंक दिया. आर्मस्ट्रॉन्ग ने कहा कि रिपोर्ट से उनकी छवि को नुकसान पहुंचा है. जून 2006 में दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया. अखबार ने कानूनी फीस के खर्च के तौर पर आर्मस्ट्रॉन्ग को तीन लाख पाउंड चुकाए.
अब छह साल बाद अखबार यही पैसा ब्याज समेत वापस मांग रहा है. आर्मस्ट्रॉन्ग के वकील को भेजे खत में अखबार ने लिखा है, "यह साफ है कि वह कार्रवाई आधारहीन और धोखाधड़ी थी. आपका यह कहना है कि आपने कभी प्रदर्शन बढ़ाने वाले दवाओं का सहारा नहीं लिया, जानबूझकर बोला गया झूठ है."
अखबार ने अमेरिकी एंटी डोपिंग एजेंसी (यूएसएडीए) के फैसले का हवाला भी दिया है. अक्टूबर 2010 में यूएसएडीए ने आर्मस्ट्रॉन्ग को डोपिंग का दोषी करार दिया. एंटी डोपिंग एजेंसी की 200 पेज की रिपोर्ट के मुताबिक, आर्मस्ट्रॉन्ग "खेलों में सबसे अत्याधुनिक, पेशेवर और सफल तरीके से चलाए गए डोपिंग कार्यक्रम का हिस्सा थे." रिपोर्ट में के जुड़े दस्तावेजों में 1,000 पेजों में सबूतों का जिक्र किया गया.
आर्मस्ट्रॉन्ग यूएसएडीए के आरोपों का खंडन कर रहे हैं, लेकिन तीन महीने बीत जाने के बाद भी वह अब तक आरोपों के खिलाफ अदालत नहीं गए हैं. यूएसएडीए के फैसले के बाद आर्मस्ट्रॉन्ग से टूर डे फ्रांस के सभी सात टाइटल छीन लिए गए. इसी साल अक्टूबर, नवंबर में कई प्रायोजकों ने भी आर्मस्ट्रॉन्ग के साथ अपने करार को निलंबित कर दिया.
ओएसजे/एमजी (एएफपी, रॉयटर्स)