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सॉलीसिटर जनरल के इस्तीफे की पेशकश नामंजूर

१० जुलाई २०११

2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में सरकार का पक्ष रखने के लिए अलग से वकील की नियुक्ति से नाराज भारत के सॉलिसीटर जनरल गोपाल सुब्रमण्यम ने शनिवार को इस्तीफे की पेशकश कर दी. सूत्रों के मुताबिक कानून मंत्री ने उनकी पेशकश ठुकराई.

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कानून मंत्री मोइली ने ठुकराई पेशकशतस्वीर: UNI

ऐसी खबरें हैं कि सॉलीसिटर जनरल ने कानून मंत्री से बात कर उनसे इस्तीफे की पेशकश की जिसे उन्होंने नामंजूर कर दिया. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट में 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में टेलीकॉम मंत्री का पक्ष रखने के लिए अलग से वकील की नियुक्ति ने उन्हें नाराज कर दिया है. कहा जा रहा है कि इस नियुक्ति से सॉलीसीटर जनरल खुद को अपमानित महसूस कर रहे हैं.

पिछले साल नवंबर में जब सुप्रीम कोर्ट ने प्रधानमंत्री से इस मामले में कथित रूप से कार्रवाई न करने पर हलफनामा दायर करने को कहा, तब सरकार की तरफ से सॉलीसिटर जनरल की जम कर खिंचाई हुई. प्रधानमंत्री से इस बारे में जवाब मांगा गया था कि उन्होंने टेलीकॉम मंत्री ए राजा को विवादित तरीके से 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन करने से रोका क्यों नहीं.

सुब्रमण्यम ने इसे ज्यादा महत्व न देने की बात कही लेकिन सरकार ने तब सॉलीसिटर जनरल की बजाय अटॉर्नी जनरल जीई वाहनवती को सुप्रीम कोर्ट में प्रधानमंत्री का पक्ष रखने के लिए कहा. सुब्रमण्यम सुप्रीम कोर्ट में टेलीकॉम मंत्रालय का पक्ष रखते रहे. भारत सरकार ने अतिरिक्त सॉलीसिटर जनरल हरीश रावल के अलावा वरिष्ठ वकील केके वेणुगोपाल को सीबीआई का पक्ष रखने के लिए नियुक्त किया है.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः ए कुमार

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