स्पॉट फिक्सिंग की सुनवाई
४ अक्टूबर २०११पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलमान बट, गेंदबाज मोहम्मद आमिर और मोहम्मद आसिफ मंगलवार को लंदन की साउथरैक क्राउन कोर्ट में पेश होने हैं. उन पर भ्रष्ट तरीके से धन लेने का षडयंत्र करने और यह पैसा स्वीकार करने के आरोप हैं. धोखाधड़ी के आरोप भी हैं.
इन्हीं आरोपों में इन खिलाड़ियों के एजेंट मजहर मजीद की भी सुनवाई की जा रही है. आरोप साबित होने पर दो से सात साल के बीच सजा हो सकती है.
आरोप हैं कि 2010 में लॉर्ड्स के मैदान पर हुए इंग्लैंड और पाकिस्तान के टेस्ट मैच में इन खिलाड़ियों ने जान बूझ कर तय समय पर नो बॉल की. ये खबर रुपर्ड मर्डोक के टैब्लॉयड न्यूज ऑफ द वर्ल्ड ने दी थी. यह टैब्लॉयड इसी साल जुलाई में फोन हैकिंग स्कैंडल के बाद बंद हो गया.
जिस समय ये आरोप लगे तब सलमान बट 26 साल के थे और पाकिस्तानी टीम के कप्तान थे. आसिफ टीम के वरिष्ठ गेंदबाज थे और 19 साल के मोहम्मद आमुर को क्रिकेट की दुनिया का उभरता सितारा माना जा रहा था.
दक्षिणी लंदन के मजीद पहले भी पाकिस्तानी खिलाड़ियों के लिए एजेंट का काम करते रहे हैं. न्यूज ऑफ द वर्ल्ड की खबर के बाद जांचकर्ताओं ने पाकिस्तानी टीम की होटल में छापा मारा.
लंदन में चलने वाले मुकदमे के अलावा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) का भ्रष्टाचार विरोधी न्यायाधिकरण ने फरवरी में तीनों खिलाड़ियों पर कम से कम पांच पांच साल का प्रतिबंध लगा दिया. तीनों खिलाड़ियों ने इस प्रतिबंध के खिलाफ स्विट्जरलैंड के लाउसाने में कोर्ट ऑफ आर्बिटरेशन ऑफ स्पोर्ट्स में अपील की है.
दक्षिण एशिया में क्रिकेट पर सट्टा लगाने वाले लोग कभी भी मैच के नतीजे पर सट्टा नहीं लगाते बल्कि मैच में अलग अलग घटनाओं पर पैसा लगाते हैं.
रिपोर्टः एएफपी/एपी/आभा एम
संपादनः ए कुमार