10 साल बाद बदलेगा गूगल का सीईओ
२१ जनवरी २०११श्मिट 4 अप्रैल को पेज के लिए पद छोड़ देंगे. पेज ने ही 1998 में अपने स्टैन्फर्ड यूनिवर्सिटी के साथी सर्गेई ब्रिन के साथ मिलकर कंपनी की शुरुआत की थी. एक दशक से ज्यादा लंबे समय तक सर्च इंजन के जरिए इंटरनेट की दुनिया पर राज करने वाली गूगल फेसबुक और ट्विटर जैसी सोशल नेटवर्किंग साइटों से कड़ा मुकाबला झेल रही है. उसे अपने ट्रैफिक के कम हो जाने का खतरा हो महसूस हो रहा है. दिलचस्प बात है कि श्मिट ने अपना पद छोड़ने का एलान भी ट्विटर के जरिए ही किया. उन्होंने लिखा, "अब रोजाना के कामों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है."
श्मिट ने 2001 में सीईओ पद संभाला था. उन्हें इस पद पर बिठाने का मकसद एक ऐसे आदमी के हाथ में प्रशासन सौंपना था जिसे मैनेजमेंट का अनुभव हो. लेकिन अब वह एग्जिक्यूटिव चेयरमैन का काम संभालंगे. उनका मुख्य काम सरकार तक पहुंचना और समझौते वगैरह करना होगा. ब्रिन रणनीतिक योजनाओं का काम देखेंगे.
तैयार हैं लैरी
एक विडियो कान्फ्रेंस में श्मिट ने बताया, "लैरी तैयार हैं. अब वक्त आ गया है कि वह खुद चीजों को चलाएं." इंटरनेट सर्च और विज्ञापन के मामले में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 2 फीसदी बढ़ी है.
दो दिन पहले ही इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद बनाने वाली कंपनी एप्पल के सीईओ ने रोजमर्रा के कामों से खुद को अलग कर लिया था. सेहत का हवाला देते हुए उन्होंने अपना काम टिम कुक को सौंप दिया.
गूगल के कदम के बारे में विश्लेषक कुछ चिंतित हैं. उनका कहना है कि शेयर बाजार में इसे अच्छा नहीं समझा जाएगा. यूबीएस के विश्लेषक ब्रायन पित्ज कहते हैं, "वॉल स्ट्रीट में इसका मतलब यह निकाला जाएगा कि कंपनी में कुछ समस्या है. हालांकि गूगल और ज्यादा दक्षता की ओर बढ़ रही है. वह एक तकनीकी व्यक्ति को जिम्मेदारी सौंप रही है ताकि फेसबुक से मुकाबला कर सके. मुझे नहीं लगता कि इससे कोई रणनीतिक बदलाव होगा."
प्रमुख बदलने की यह खबर गूगल के मुनाफे में जबर्दस्त इजाफे के साथ ही आई है. गूगल ने मुनाफे और आमदनी में कुल 29 फीसदी की बढ़ोतरी पाई है और यह वॉल स्ट्रीट के अनुमान से ज्यादा है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ए कुमार