12 साल का आत्मघाती हमलावर, 4 मरे
१ मई २०११पकतिका प्रांत में सरकारी प्रवक्ता मुखलीस अफगान ने बताया कि यह धमाका पाकिस्तान से लगने वाली सीमा के पास एक बाजार में हुआ. हमलावर ने अपनी कमर पर बंधी विस्फोटक सामग्री से धमाका कर दिया. सरकारी बयान में कहा गया है, "श्कीन जिला परिषद के मुखिया शेर नवाज, एक महिला और दो अन्य व्यक्ति मरने वालों में शामिल हैं. साथ ही 12 लोग घायल भी हुए हैं."
इससे पहले अफगान गृह मंत्रालय ने मरने वालों की संख्या तीन और घायलों की संख्या 11 बताई. 2001 में अमेरिकी हमले के जरिए तालिबान को सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद से अफगानिस्तान में जारी अशांति के शिकार आम लोग बन रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि पिछला साल आम लोगों की मौत के लिहाज से सबसे खतरनाक रहा. 2010 में 2,777 लोग हिंसा का शिकार बने जो 2009 के मुकाबले 15 ज्यादा है.
इनमें से तीन चौथाई मौतें उग्रवादियों के हमलों में हुई हैं जो अत्याधुनिक बमों के साथ सार्वजनिक जगहों पर हमला करते हैं. अफगानिस्तान में एक लाख 32 हजार विदेशी सैनिक तैनात हैं जिनमें से दो तिहाई अमेरिकी हैं. वे तालिबान चमरपंथियों से लोहा ले रहे हैं. इसी साल जुलाई में अफगानिस्तान से विदेशी सैनिकों की वापसी शुरू होनी है. देश के सात इलाकों में अफगान सुरक्षा बल जिम्मेदारी संभालेंगे.
अफगानिस्तान में आने वाले दिन और हिंसक हो सकते हैं. तालिबान लड़ाकों ने रविवार से नए सिरे से अपने अभियान की घोषणा की है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एमजी