2007 की हार का नहीं होगा असरः धोनी
१९ फ़रवरी २०११टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा, “सच कह रहा हूं कि मैंने इस बारे में कभी नहीं सोचा. जाहिर है, हम नहीं चाहते कि ऐसा दोबारा हो.”
वेस्ट इंडीज में खेले गए पिछले वर्ल्ड कप के पहले मैच में धोनी भी भारतीय टीम के हिस्सा थे. राहुल द्रविड़ की कप्तानी और ग्रेग चैपल की कोचिंग में खेले गए इस मैच में भारत को पांच विकेट से हार का सामना करना पडा और इसके साथ ही वर्ल्ड कप से उसकी विदाई तय हो गई.
धोनी ने कहा कि इस बार टीम की मानसिक स्थिति बेहतर है और भारतीय उप महाद्वीप में खेलने को लेकर उस पर कोई खास दबाव नहीं है.
शेर ए बांग्ला स्टेडियम में बांग्लादेश से भिड़ने के एक दिन पहले मीरपुर में धोनी ने कहा, “सह मेजबान होने का दबाव तो रहता ही है और लोगों की उम्मीदें भी ज्यादा रहती हैं. लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी है कि हम काम ठीक ढंग से करें. हमने हमेशा जीतने से ज्यादा काम ढंग से करने पर जोर दिया है. इसी वजह से हम आज एक सफल टीम हैं.”
भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ पिछले 22 वनडे में से 20 में जीत दर्ज की है और ऐसे में उसकी जीत की संभावना ज्यादा है. लेकिन धोनी आंकड़ों में नहीं फंसना चाहते. उनका कहना है, “बांग्लादेश की टीम अच्छी है. उनके पास बाएं हाथ के तीन अच्छे स्पिनर हैं. वे लोग स्पिनरों पर भरोसा कर रहे हैं. भारतीय उप महाद्वीप में स्पिनरों को ज्यादा फायदा मिल सकता है.”
वर्ल्ड कप से पहले दो अभ्यास मैचों में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड को हराने वाली टीम इंडिया के कप्तान का कहना है, “उन अभ्यास मैचों के साथ ही हमारे लिए टूर्नामेंट शुरू हो चुका है. हमने अपना काम शुरू कर दिया है और अब हमें आगे का देखना है.”
उन्होंने कहा कि किसी भी टीम की तरह वह भी जीत के साथ अपना खेल शुरू करना चाहते हैं.
भारतीय टीम में वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर, धोनी और युवराज सिंह जैसे खिलाड़ी शामिल हैं और इस बार वह खिताब की सबसे बड़ी दावेदार बताई जा रही है.
रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल
संपादनः एन रंजन