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22 करोड़ में सिर्फ कार का नमूना

२४ मार्च २०११

अगर आपके पास 48 लाख डॉलर यानी 22 करोड़ रुपये हैं तो आप दुनिया की सबसे महंगी मॉडल कार यानी नमूना खरीद सकते हैं. इसके लिए आपको जर्मन राज्य वबेरिया के पैलिंग शहर में रहने वाले रॉबर्ट गुएलपेन से बात करनी होगी.

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अपनी कार के ढांचे के साथ गुएलपेनतस्वीर: picture-alliance/dpa

इंजीनियर रॉबर्ट गुएलपेन ने बहुत सी मॉडल कारें बनाई हैं लेकिन वैसी नहीं जो आपको कुछ रुपयों में किसी खिलौने की दुकान पर मिल जाएंगी. गुएलपेन के "खिलौनों" की कीमत हजारों लाखों में होती है. लाखों में मॉडल कार खरीदने वाले की तमन्ना यही होगी कि उसे कुछ खास मिले, इसीलिए उन्हें बनाने में हजारों घंटों की मेहनत लगी है. गुएलपेन का कहना है, "यह तो एक कलात्मक चीज है."

अपनी पढ़ाई खत्म करने के बाद मकैनिकल इंजीनियर गुएलपेन ने डायमलर के लिए नए इंजन तैयार करने पर काम शुरू किया. दुनिया की सबसे मशहूर मर्सिडीज कार डायमलर ही बनाती है. फिर बाद में उन्होंने अपनी खुद की कंपनी बना ली. 52 साल के गुएलपेन पुरानी यादों को ताजा करते हुए कहते हैं, "वह अच्छा दौर था लेकिन फिर रोजमर्रा का ढर्रा बन गया." उन्होंने मॉडल कारों पर 1990 के दशक के आखिर में काम करना शुरू किया.

सैंकड़ों घंटों की मेहनत

पांच साल में गुएलपेन ने अपनी कीमती कारों के ढांचों की ढलाई के लिए नया तरीका विकसित कर लिया है. उन्होंने इस ढलाई के लिए मशीन भी बनाई है जिस पर सात लाख डॉलर का खर्च आया है. वह कहते हैं, "मैं जानता था कि परफेक्ट मॉडल कार का मेरा सपना तब तक हकीकत में नहीं बदल सकता जब तक मैं कास्टिंग का व्यवस्थित तरीका विकसित नहीं करूंगा."

गुएलपेन 2009 से 1:16 और 1:18 के स्केल पर मॉडल कार बना रहे हैं. यानी असली कार के मुकाबले 16 गुनी या 18 गुनी छोटी कारें. मर्सिडीज, लैंबोर्गनी, रोल्स रॉयस और बेंटली जैसे कारों की उनकी बनाई प्रतिकृतियों (नमूनों) में 300 तक पुर्जे लगे हैं. वह बताते हैं, "एक कार के नमूने को बनाने में लगभग 500 घंटे लगते हैं. पूरा काम हाथ से होता है."

गुएलपेन ने 40 अलग अलग तरह की मॉडल कारें बनाई हैं. वह अब तक ऐसी 100 कारें बना चुके हैं और हर कार के साथ एक सर्टिफिकेट भी मिलता है. उनके मॉडलों में बहुत सी क्लासिक कारें हैं. गुएलपेन की कारों में सबसे सस्ती कार खरीदने के लिए भी 1,400 डॉलर यानी 62000 रुपये तो ढीले करने ही होंगे.

उनके ग्राहकों में दुनिया भर के लोग शामिल हैं, खासकर कार कंपनियां भी जो अपने वीआईपी ग्राहकों को तोहफा देने के लिए इन मॉडल कारों को खरीदती हैं. गुएलपेन कहते हैं, "मेरे ग्राहकों में ऐसे लोग शामिल हैं जो बचपन से ही क्लासिक कार हासिल करने का सपना देखते रहे हैं. अब वे एक ऐसा मॉडल पा कर खुश हैं जिसे अपने ड्राइंगरूम में सजा सकते हैं."

सबसे बड़ी बाजी

अब गुएलपेन अपने करियर की सबसे बड़ी बाजी के लिए तैयार हैं. वह अपनी सबसे महंगी मॉडल कार के लिए खरीदार तलाश रहे हैं जो इस साल न्यूयॉर्क या दुबई में नीलाम की जा सकती है. वह बताते हैं, "इस मॉडल कार के लिए सबसे कम बोली 48 लाख डॉलर (लगभग 22 करोड़ रुपये) रखी गई है. इस पर आई लागत ही 27 लाख डॉलर है." इस मॉडल कार में जो पुर्जे लगे हैं वे प्लैटिनम, सोने और स्टर्लिंग चांदी के बने हैं. बहुत से कीमती पत्थर भी इस मॉडल कार का हिस्सा हैं. गुएलपेन कहते हैं, "मैं कुछ ऐसा बनाता चाहता था जो अब से पहले न बना हो."

गुएलपेन को उम्मीद है कि दुबई, अबु धाबी या कतर जैसी जगहों पर उन्हें ऐसा खरीदार मिल जाएगा जो उनकी सबसे महंगी मॉडल कार को खरीदेगा. इन्हीं जगहों से उनका 25 फीसदी कारोबार चलता है. अगर गुएलपेन को यह खरीदार मिल गया तो वह सात लाख डॉलर चैरिटी के लिए देंगे. वह श्रीलंका में बच्चों की मदद के लिए चलाए जा रहे एक प्रोजेक्ट को मदद दे रहे हैं.

रिपोर्टः डीपीए/ए कुमार

संपादनः ए जमाल

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