24 हुए भारत के गोल्ड मेडल, सानिया हारीं
९ अक्टूबर २०१०हालांकि इनके बीच में कुछ आहें कराहें भी हैं लेकिन वे सब दर्शकों के भारी शोर में दबकर रह गईं.
भारत ने आज चार गोल्ड मेडल जीते. सबसे पहले सोने पर निशाना शूटर हरप्रीत सिंह और विजय कुमार ने साधा. 25 मीटर सेंटर फायर पिस्टर पेयर इवेंट में उन्होंने 1159 का स्कोर बनाकर सबको पीछे छोड़ दिया. इसके बाद खबर आई गगन नारंग की. नारंग ने 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में सुनहरा निशाना साधा. इन कॉमनवेल्थ खेलों में नारंग अब तक के सबसे सफल भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं. उनका यह चौथा निजी गोल्ड मेडल है.
अभी निशानेबाजी से खेमे से खुशियां थमी भी नहीं थीं कि कुश्ती का खेमा झूमने लगा. पहलवान योगेश्वर दत्त ने कनाडा के जेम्स मानसिनी को चित्त कर दिया. इसके साथ ही 60 किलोग्राम फ्री स्टाइल कुश्ती का गोल्ड मेडल भारत की झोली में आ गिरा. इसके साथ ही भारत के गोल्ड मेडलों की संख्या 23 हो गई थी. लेकिन भारत के लिए यह बस नहीं है. कुश्ती के लिए भी यह बस नहीं है. इसका सबूत बहुत जल्द मिल गया जब एक और पहलवान नरेश सिंह यादव ने दक्षिण अफ्रीका के रिचर्ड एडिनल को सुनहरी पटखनी दी. भारत के गोल्ड मेडलों की संख्या 24 हो गई और वह ब्रिटेन को पीछे छो़ड़ दोबारा पदक तालिका में दूसरे नंबर पर आ गया है.
इन सफलताओं से झूमते भारतीय फैन्स को पूरी उम्मीद थी कि सानिया मिर्जा गोल्ड मेडल जीत ही जाएंगी. वे इतने ज्यादा उत्साहित थे कि मैच के दौरान ऑस्ट्रेलिया की रोडियोनोवा को शांत रहने के लिए कहना पडा. हालांकि भारतीयों की उम्मीदें पूरी नहीं हुईं. सानिया मैच हार गईं और उन्हें सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पडा.
भारत के लिए एथलेटिक्स से भी एक ऐतिहासिक खबर आई. 20 किलोमीटर पैदल चाल में भारतीय खिलाड़ी हरमिंदर सिंह चलते चलते ब्रॉन्ज मेडल तक पहुंच गए. उनकी यह चाल ऐतिहासिक है क्योंकि अब तक किसी भारतीय ने पैदल चाल में मेडल नहीं जीता था. और एथलेटिक्स में भारत के लिए कॉमनवेल्थ मेडल जीतने वाले वह भारत के सिर्फ पांचवें खिलाड़ी हैं.
बधाई भारत की पुरुषों की टेबल टेनिस टीम को भी दी जा सकती है जिन्होंने ब्रॉन्ज जीता और निशानेबाज सुमा व कविता यादव को भी जो 10 मीटर एयर राइफल में तीसरे नंबर पर आने में कामयाब रहीं.
अब पदक तालिका में ऑस्ट्रेलिया के बाद भारत दूसरे नंबर पर है. उसके 24 गोल्ड, 17 सिल्वर और 15 ब्रॉन्ज मेडलों के साथ कुल 56 पदक हो गए हैं. ऑस्ट्रेलिया 53 गोल्ड मेडलों के साथ कुल 111 पदक जीत कर सबसे आगे है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः आभा एम