26/11 के मुख्य अभियोजक की हत्या
३ मई २०१३इस्लामाबाद में सुबह कोर्ट जाते वक्त चौधरी जुल्फिकार की गाड़ी अभी घर से कुछ ही दूर गई थी कि कुछ बंदूकधारियों ने उसे रोक कर गोलियों की बौछार कर दी. इस गोलीबारी में उनका सुरक्षाकर्मी भी घायल हो गया जबकि पास से गुजर रही एक महिला की गाड़ी से टकराने के कारण मौत हो गई. पुलिस अधिकारी मोहम्मद यूसुफ ने बताया, "चौधरी जुल्फिकार अपनी कार चला रहे थे, उन्होंने नियंत्रण खो दिया और कार वहां से गुजर रही महिला से जा टकराई. उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई." पुलिस के मुताबिक हमलावर बंदूकधारी मोटरसाइकिल पर सवार हो कर भाग गए.
जुल्फिकार को पिछले साल धमकियां मिलने के बाद उन्हें अतिरिक्त सरकारी सुरक्षा दी गई थी. फिलहाल इस बारे में कुछ पता नहीं चल सका है कि उन पर हमले के लिए कौन जिम्मेदार है. 2008 के मुंबई हमले की सुनवाई में चौधरी जुल्फिकार सरकारी वकील हैं. इस हमले में 166 लोगों की मौत हुई थी और इसके लिए पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा को जिम्मेदार माना गया है. जुल्फिकार ने 2009 में इस हमले की साजिश रचने के लिए 7 लोगों पर अभियोग लगाए थे हालांकि पाकिस्तान सरकार का कहना है कि आगे की कार्रवाई के लिए उन्हें भारत से और सबूत चाहिए. उधर भारत का दावा है कि दोषियों पर कार्रवाई के लिए पर्याप्त सबूत पाकिस्तान सरकार को दिए जा चुके हैं. मुंबई हमले के दौरान जिंदा पकड़े गए एकमात्र आतंकवादी अजमल कसाब को भारत की सुप्रीम कोर्ट से मौत की सजा पर मुहर लगने और राष्ट्रपति के पास से दया याचिका खारिज होने के बाद पिछले साल नवंबर में फांसी दे दी गई.
चौधरी जुल्फिकार इस्लामाबाद के बगल के शहर रावलपिंडी की आतंकवाद विरोधी अदालत में बेनजीर भुट्टो की हत्या मामले में सुनवाई के लिए जा रहे थे. बेनजीर भुट्टो की हत्या की साजिश रचने के आरोपों के सिलसिले में पूर्व सैनिक शासक परवेज मुशर्रफ को दो हफ्ते के लिए नजरबंद किया गया है. 27 दिसंबर 2007 को एक रैली के दौरान बेनजीर भुट्टो की हत्या कर दी गई थी लेकिन अब तक इस मामले में न तो किसी को सजा हुई है न ही किसी को अभियुक्त बनाया गया है. बेनजीर के बेटे बिलावल भुट्टो ने पूर्व राष्ट्रपति और सैनिक शासक परवेज मुशर्रफ पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है. मुशर्रफ की सरकार ने पाकिस्तानी तालिबान के प्रमुख रहे बैतुल्लाह महसूद पर इस हत्या का आरोप लगाया था. बैतुल्ला महसूद ने इन आरोपों से इनकार किया था. बाद में वह अमेरिकी ड्रोन मिसाइल के हमले में मारा गया. 2010 में संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया मुशर्रफ सरकार पर भुट्टो की सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम न करने का आरोप लगाया गया.
पाकिस्तान में 11 मई को चुनाव होने हैं. इन्हीं चुनावों में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ चार साल तक स्वनिर्वासन में लंदन में रहने के बाद वापस लौटे लेकिन सभी जगहों से उनका चुनावी परचा खारिज कर उनके चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी गई. पहले उन्हें देश में आपातकाल लगा कर जजों को बर्खास्त करने के लिए नजरबंद किया गया. इसके बाद भुट्टो मामले में भी उन्हें हिरासत में रखने का आदेश आ गया.
एनआर/एमजे (एएफपी, रॉयटर्स)