जर्मनी के म्यूनिख में शोधकर्ता एक क्लाइमेट चैंबर के भीतर गेहूं की खेती पर दिलचस्प प्रयोग कर रहे हैं. गेहूं की यह खास किस्म ना केवल बहुत तेजी से पककर तैयार होती है, बल्कि साल में छह बार फसल दे सकती है. इसमें पानी का इस्तेमाल भी बहुत कम होता है. उम्मीद है कि ऐसे प्रयोग खाद्य असुरक्षा दूर करने के साथ-साथ खेती से पर्यावरण पर होने वाले नकारात्मक प्रभाव को भी कम करने में मदद कर सकते हैं.