अमित मिश्रा पर जुर्माना
२२ जून २०११वेस्ट इंडीज के खिलाफ किंगस्टन टेस्ट की पहली पारी में अंपायर ने अमित मिश्रा को एडवर्ड्स की गेंद पर आउट करार दिया. गेंद मिश्रा के आर्म गार्ड पर लगती हुई सरवन के हाथों में लगी. गेंद ने बल्ला नहीं छुआ, लेकिन इसके बावजूद अंपायर ने गेंदबाज के हक में फैसला दिया. आउट दिए जाने के बाद मिश्रा काफी देर तक क्रीज पर खड़े रहे. वे बार बार इशारा करते रहे कि गेंद उनके आर्म गार्ड पर लगी है.
मैच रेफरी ने इसे अनुशासनहीनता की श्रेणी में रखा है. आईसीसी की धारा 2.1.3 के मुताबिक मिश्रा को 'गलत शब्दों का इस्तेमाल करते हुए अंपायर के फैसले के प्रति विरोध जताने' का दोषी माना गया. उनकी 10 फीसदी मैच फीस काटी जाएगी. भारतीय लेग स्पिनर ने दंड को स्वीकार कर लिया है.
मैच रेफरी जेफ क्रो के मुताबिक, "विकेट के पीछे आउट दिए जाने के बाद अमित काफी देर तक मैदान में रहे और क्रीज छोड़ने तक इशारा करते रहे कि गेंद उनके आर्म गार्ड पर लगी है. आउट दिए जाने के बाद बहुत देर तक क्रीज पर रहने वाले बल्लेबाज भले ही निराश हों लेकिन नियमों के मुताबिक यह अशिष्टता है. यह स्वीकार करने लायक नहीं है." उनकी शिकायत मैदान पर मौजूद अंपायर ईयान गुल्ड और डेरल हार्पर और थर्ड अंपायर नोरमान मैल्कम ने की.
नौवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे मिश्रा ने पहली पारी में छह रन बनाए. वह ऐसे वक्त में क्रीज पर आए थे जब भारत की स्थिति बेहद नाजुक थी. 236 पर आठ विकेट गिर चुके थे और सामने जमे जमाए अंदाज में सुरेश रैना थे.
मिश्रा भाग्यशाली हैं कि उन पर सिर्फ 10 फीसदी जुर्माना ही ठोंका गया है. ए श्रेणी के नियम तोड़ने की स्थिति में खिलाड़ियों पर अधिकतम 50 फीसदी जुर्माना लग सकता है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: उभ