अमेरिकी रक्षा बजट में भारी कटौती
७ जनवरी २०११गेट्स ने कहा कि 78 अरब डॉलर की कटौती से सरकार के बढ़ते आर्थिक घाटे को काबू किया जा सकता है. कटौती का निशाना भारी भरकम खर्च वाले हथियार, स्टाफ और ठेकेदार होंगे. गेट्स ने कहा कि फिजूलखर्ची को भी कम किया जाएगा और उससे बचने वाला पैसा अन्य जरूरी कामों पर खर्च किया जाएगा.
गेट्स ने कहा, "हमें यह बात समझनी होगी कि हर रक्षा कार्यक्रम जरूरी नहीं है. रक्षा पर खर्च होने वाला हर डॉलर पवित्र हो यह जरूरी नहीं है. और हर चीज को चलाया नहीं जा सकता."
गेट्स ने बचत को अपने सुधार एजेंडे में प्राथमिकता दी है. पांच साल में थल, जल और वायु सेना और मरीन कॉर्प्स कुल मिलाकर 100 अरब डॉलर बचाने के लक्ष्य पर काम करेंगे. 78 अरब डॉलर की कटौती इसके अलावा होगी.
इसके बावजूद 2012 में अमेरिकी बजट बढ़ाया जाना है. हालांकि गेट्स का कहना है कि प्रस्तावित कटौती से व्हाइट हाउस को 2012 का रक्षा बजट काबू रखने में मदद मिलेगी. 2011 में अमेरिकी रक्षा बजट 549 अरब डॉलर था. अमेरिकी सरकार का लक्ष्य है कि 2012 का बजट 554 अरब डॉलर तक रखा जाए. इसमें इराक और अफगानिस्तान पर खर्च होने वाला धन शामिल नहीं है.
रॉबर्ट गेट्स ने कहा है कि स्टाफ में कटौती बजट कम करने का बड़ा जरिया हो सकता है. उन्होंने कहा कि अमेरिकी थल सेना में 40 हजार सैनिकों की कटौती की जा सकती है. मरीन्स में 15 से 20 हजार सैनिक कम किए जा सकते हैं. हथियारों की कटौती में सबसे बड़ी मार मरीन्स की हमलावर गाड़ियों पर पड़ेगी. 3 अरब डॉलर की इन गाड़ियों में तकनीकी खामियां परेशान कर रही हैं. इसके अलावा मरीन्स के एफ-35 विमान पर भी निगाहें टेढ़ी हैं क्योंकि इसमें भी खामियों की खबरें आई हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ए जमाल