अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रोमनी ओबामा की टक्कर
११ अप्रैल २०१२सर्वेक्षणों और पैसा जुटाने में पीछे चल रहे पेन्सिल्वेनिया के पूर्व सीनेटर रिक सैंटोरम ने अपने चुनाव अभियान को विराम देते हुए रोमनी का रास्ता साफ कर दिया है. अब नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों में ओबामा को टक्कर देने के लिए रिपब्लिकन पार्टी का झंडा रोमनी के हाथों में ही होगा.
सैंटोरम के ऊपर आने की वजह गर्भ निरोध और सार्वजनिक जीवन में ईसाई धर्म की भूमिका पर उनके भाषण थे. वहीं रोमनी अपने चुनाव अभियान में अर्थव्यवस्था पर ज्यादा नजरें टिकाए थे.
मंगलवार को आखिरी भाषण में भी सैंटोरम ने कर्मचारी वर्ग और रिपब्लिकन पार्टी के दक्षिणपंथी लोगों तक ही पहुंचने की कोशिश की जिन्हें वह हमेशा उत्पादन, धर्म और रुढ़िवादी पारिवारिक मूल्यों वाले विचारों के साथ केंद्र में रखते रहे हैं. सैंटोरम ने कहा, "बार बार हमसे कहा गया, भूल जाओ, तुम नहीं जीत सकते. लेकिन हम जीत रहे हैं, थोड़े अलग अंदाज में. हम लोगों के दिलों तक पहुंच रहे हैं. हम ऐसे मुद्दे उठा रहे थे जो लोग उठाना नहीं चाहते. "
सैंटोरिम के दौड़ से बाहर होने के बाद अब मुकाबला सीधे सीधे रोमनी और राष्ट्रपति बराक ओबामा के बीच है. दोनों के बीच यह टक्कर तब और तीखी हो गई जब ओबामा कैंप ने रोमनी पर आरोप लगाया कि वह टैक्स नहीं दे रहे हैं.
उधर विल्मिंगटन के डेलवेयर में चुनाव प्रचार कर रहे रोमनी ने ओबामा की बाजार नीति को विफल बताया. सैंटोरम के बारे में रोमनी ने कहा कि उनके पीछे हटने की खबर अनापेक्षित थी. "वह रिपब्लिकन पार्टी के लिए अहम आवाज रहे हैं और आगे भी रहेंगे. हालांकि मेरे लिए यह अच्छा दिन था." कई लोगों की उम्मीद के उलट सैंटोरम ने रोमनी को कड़ी टक्कर दी. जहां सैंटोरम समलैंगिकों की शादी और गर्भपात के विरोध में खुले शब्दों में बोल रहे थे वहीं रोमनी उदारता से पेश आए. सामाजिक मुद्दों पर सैंटोरम को टक्कर देने के लिए रोमनी ने थोड़ा दक्षिणपंथी रुख अपनाया. हालांकि यह नवंबर में होने वाले नरमपंथी चुनावों में उनके लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है. रिपब्लिकन पार्टी के नीति विशेषज्ञ रॉन बॉन्जीं कहते हैं, जब मतदाता अर्थव्यस्था में रुचि रख रहे थे, तब रिक सैंटोरम रुढ़िवादी सामाजिक मुद्दों पर बात कर रहे थे. इससे हमें नुकसान होगा. पूरी पार्टी को नुकसान होगा. सैंटोरम रोमनी से मतदाता सर्वेक्षणों में पीछे थे और उम्मीदवारी के लिए 1,114 पार्टी प्रतिनिधियों के वोट की उन्हें जरूरत थी. 24 अप्रैल को पेन्सिल्वेनिया में होने वाले चुनावों में उनके बुरी तरह से हारने की भी आशंका जताई जा रही थी. पक्के कैथोलिक रोमनी अपनी अपील रुढ़िवादियों और कुछ ब्लू कॉलर रिपब्लिकन्स से आगे नहीं ले जा सके और इसलिए रोमनी को भी पछाड़ नहीं सके. साथ ही मिशिगन और ओहायो जैसे बड़े शहरों में पकड़ बनाने में भी कामयाब नहीं हुए.
हालांकि सात बच्चों के पिता सैंटोरम के चुनावी दौड़ से पीछे हटने की एक वजह उनकी तीन साल की बेटी की गंभीर बीमारी भी है. उनकी बेटी बेला को ट्रिसोमी 18 नाम की बीमारी के चलते अस्पताल में भर्ती किया गया है. ट्रिसोमी 18 एक आनुवांशिक बीमारी है जो बच्चों के विकास को रोक देती है. एएम/एनआर(रॉयटर्स, एएफपी)