असम में गोगोई की तीसरी बार ताजपोशी तय
१३ मई २०११राज्य में अपने अपने दम पर सरकार बनाने का दावा करने वाली एजीपी और बीजेपी मतगणना के पहले तीन घंटों में छह और तीन सीटों पर आगे चल रहे थे. किंग मेकर कही जा रही एआईयूडीएफ भी 12 सीटों पर आगे है. वहीं सीपीएम, सीपीआई और एनसीपी का खाता खुलना बाकी है.
कांग्रेस जो अहम उम्मीदवार आगे चल रहे हैं उनमें मुख्मंत्री तरुण गोगोई तिताबोर में, उनके कैबिनेट साथी भूमिधर बर्मन (बारखेत्री), हिमांता विश्वा शर्मा (जलुकबारी), गौतम बोरा (बतात्राबा), प्रद्युत बोरदोली (मरघारीता), अजंता नेओंग (गोलाघाट), भारत नारा (धाकुवाखाना) और पृथ्वी मांझी (लाहोवाल) शामिल हैं. दो बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे प्रफुल्ल कुमार महंत बरहमपुर में अपनी सीट पर आगे चल रहे हैं, लेकिन समागुरी में वह वन मंत्री रकीबुल हसन से पीछे बताए जाते हैं.
चुनाव नतीजों से उत्साहित मुख्यमंत्री तरुण कुमार गोगोई ने कहा कि वह उल्फा समेत सभी उग्रवादी गुटों को बातचीत की मेज तक लाने की कोशिशें जारी रखेंगे. उन्होंने राज्य में स्थायी रूप से शांति कायम करने को अपनी प्राथमिकता बताया है. उन्होंने कहा, "उग्रवादी गुटों तक पहुंचना और राज्य में स्थायी शांति कायम करना मेरी प्राथमिकता है. हम उल्फा समेत सभी उग्रवादी गुटों को बातचीत की मेज तक लाएंगे."
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कांग्रेस को अपने दम पर बहुमत मिलता है, तब भी उसका दल सहयोगी बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट सरकार का हिस्सा बना रहेगा क्योंकि उसने मुश्किल समय में कांग्रेस का साथ दिया. गोगोई कहते हैं, "बीपीएफ के साथ हमारा गठबंधन जारी रहेगा क्योंकि उन्होंने मुश्किल में हमारा साथ निभाया."
75 वर्षीय गोगोई तीसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. उन्होंने पहली बार 2001 में राज्य की कमान संभाली. उनका कहना है कि लोगों ने कांग्रेस को इसलिए वोट दिया क्योंकि उसने अच्छी सरकार दी, जिसने राज्य का आर्थिक विकास सुनिश्चित किया. जब गोगोई से उनकी सरकार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनके किसी मंत्री पर ऐसे आरोप नहीं हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः उभ