आईएमएफ मुखिया की रेस में मोंटेक सिंह भी
१९ मई २०११अभी तक अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के प्रमुख के पद पर यूरोपीय लोग ही रहे हैं. लेकिन गुरुवार को चीन, दक्षिण कोरिया और थाईलैंड ने कहा कि स्ट्रॉस कान की जगह अब उभरते हुए देशों से आईएमएफ का मुखिया चुना जाना चाहिए जो दुनिया भर में बदलते परिदृश्य के लिए बहुत अहम है. न्यूयॉर्क में एक होटल कर्मी से बलात्कार की कोशिश के आरोप में स्ट्रॉस कान को इस्तीफा देना पड़ा.
एशिया का दबाव
जापान के वित्त मंत्री योशिहिको नोदा ने कहा कि आईएमएफ का नया प्रमुख खुली और पारदर्शी प्रक्रिया से और योग्यता के आधार पर चुना जाना चाहिए. इस तरह उन्होंने इस पद पर फिर यूरोपीय व्यक्ति को लाए जाने का विरोध किया है. यूरोपीय देशों का कहना है कि इस वक्त ईयू के कई देश कर्ज संकट से गुजर रहे हैं, जिसे हल करने में आईएमएफ अहम भूमिका अदा कर रहा है. ऐसे में आईएमएफ पद पर यूरोपीय व्यक्ति ठीक रहेगा.
वहीं चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता चियांग यू ने कहा, "सैद्धांतिक रूप से हम मानते हैं कि नए उभरते बाजारों और विकासशील देशों को उच्च नेतृत्व के स्तर पर प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए. हम हमेशा मानते हैं कि आईएमएफ को निष्पक्षता, पारदर्शिता और योग्यता के आधार पर उत्तराधिकारी चुनने चाहिए."
रेस में अहलूवालिया
आईएमएफ प्रमुख के पद की दौड़ में एशिया से मोंटेक सिंह अलहूवालिया का नाम खास तौर से सामने आ रहा है जो भारतीय योजना आयोग के उपाध्यक्ष हैं. इसके अलावा दक्षिण कोरिया के पूर्व वित्त मंत्री इल सा-कोंग और सिंगापुर के थरमन शानमुगारत्नम का नाम भी चल रहा है. अहलूवालिया ने कहा है कि उनकी आईएमएफ प्रमुख बनने में कोई दिलचस्पी नहीं है, लेकिन उनकी उम्मीदवारी को खासा समर्थन मिल रहा है.
भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार कौशिक बसु ने कहा कि अहलूवालिया को यह भूमिका दी जानी चाहिए. यह बात सिर्फ भारत के लिहाज से नहीं, बल्कि विश्व लिहाज से भी ठीक है. जानकारों का कहना है कि स्ट्रॉस कान के इस्तीफे के बाद आईएमएफ प्रमुख की रेस जारी है लेकिन इस बात की कम ही संभावना है कि एशिया प्रशांत क्षेत्र के देश किसी एक व्यक्ति को एकजुटता से आगे पेश करेंगे. आईएमएफ का कहना है कि वह नया प्रमुख चुनने की प्रक्रिया को "निकट भविष्य" में सार्वजनिक करेगा. अभी जॉन लिप्सकी को कार्यवाहक प्रबंध निदेशक चुना गया है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एस गौड़