आमिर को उम्मीद, इस बार मिलेगा ऑस्कर
२७ सितम्बर २०१०पीपली लाइव गांव और शहर के बीच के अंतर को व्यंग्य में व्यक्त करती है और किसानों की आत्महत्या की मुश्किल को दर्शाती है. आमिर खान ने अपनी फिल्म को ऑस्कर में भेजने के फैसले का स्वागत किया और कहा कि इस बार पुरस्कार मिलने की खासी उम्मीद है.
आमिर की खान की दो फिल्में पहले भी भारत से ऑस्कर के लिए भेजी गईं. 2002 में बनी लगान ऑस्कर की दौड़ में शामिल थी लेकिन बोस्निया की फिल्म नो मैन्स लैंड ने उसे पीछे छोड़ दिया. इसके अलावा, 2009 में तारे जमीन पर भी ऑस्कर में भेजी गई. आमिर खान कुछ हट कर फिल्म बनाने के लिए जाने जाते हैं. लगान जहां क्रिकेट जरिए गांव वालों का लगान माफ कराने की कहानी है, वहीं तारे जमीन पर पढ़ाई लिखने में मुश्किलों का सामना करने वाले एक बच्चों की कहानी को पेश करती है. उनकी फिल्में गजनी और थ्री इडियट्स बॉक्स ऑफिस पर हिट रहीं.
अब तक केवल दो भारतीय फिल्में शॉर्ट लिस्टिंग के बाद आगे बढ़ पाई हैं. ये हैं सर्वश्रेष्ठ विदेशी फिल्मों की श्रेणी में 1958 में महबूब खान की फिल्म मदर इंडिया और 1989 में बनी मीरा नायर की सलाम बॉम्बे. पिछले साल भारत से मराठी फिल्म हरिशचंद्राची फैक्ट्री ऑस्कर के लिए भेजी गई थी लेकिन वह अंतिम दौड़ तक नहीं पहुंच सकी.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः ए कुमार