"एयर इंडिया ने उठाया मिस्र के हालात का फायदा"
२ फ़रवरी २०११यात्रियों की शिकायतों पर एयर इंडिया ने कहा है कि किराया बिल्कुल वाजिब है और इससे सिर्फ उनकी लागत निकली है. मिस्र में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बीच सभी विदेशी नागरिक वहां से जल्द से जल्द निकलना चाहते हैं. काहिरा से मुंबई पहुंचने वाले कई भारतीय यात्रियों ने कहा कि उनसे एक तरफ के टिकट के लिए 45 से 55 हजार रुपये लिए गए हैं. यात्रियों का आरोप है कि एयर इंडिया ने मौके का फायदा उठाते हुए उनसे लगभग दोगुनी कीमत वसूल की है.
मंगलवार सुबह मुंबई अड्डे पर उतरे यात्री विनीत आहूजा ने कहा, "एयरलाइंस ने 980 डॉलर तक का किराया वसूला. इस बात में कोई शक नहीं है कि उन्होंने काहिरा में फैली अशांति से निकाल कर हमें भारत लाकर बहुत अच्छा काम किया है. लेकिन ऐसे हालात में इस कदर ज्यादा किराया वसूलना भी तो अच्छी बात नहीं है."
यात्रियों की शिकायतों पर एयर इंडिया ने कहा है कि सरकार ने मिस्र से भारतीयों को लाने वाली उड़ानों को "इवेकुएशन फ्लाइट्स" का दर्जा नहीं दिया है जिसमें मुसाफिरों को बेहद कम या फिर लगभग मुफ्त में लाया जाता है. एयर इंडिया का कहना है कि उसने तो सिर्फ सामान्य किराया लिया है और कोई मुनाफा नहीं कमाया है. एयर इंडिया के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, "एयर इंडिया साफ कर देना चाहती है कि उसने तो सिर्फ सफर पर आने वाली लागत ही ली है. कोई बड़ा मुनाफा नहीं कमाया है जैसा कि कुछ हल्कों में कहा जा रहा है. सरकार के कहने पर यह सब किया गया. इसका मकसद मिस्र में फंसे भारतीयों की मदद करना था."
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रीय एयरलाइंस ने हमेशा ऐसी आपात स्थितियों में लोगों की मदद के लिए इस तरह के कदम उठाए हैं और काहिरा मिशन को कामयाब बनाने के लिए उसे मुंबई और कोच्चि के बीच चलने वाले विमान को खास तौर से लगाना पड़ा. दम्मम और जेद्दाह जाने वाली अपनी उड़ानों का कार्यक्रम फिर से तैयार करना पड़ा. प्रवक्ता ने कहा, "जमीनी हालात और मानवीय पहलू को मद्देनजर रखने हुए एयर इंडिया लोगों को यहां लाई." प्रवक्ता का तो यह भी कहना है कि यात्रियों से किराया मुंबई पहुंचने के बाद लिया गया.
एयर इंडिया के कुछ सूत्रों ने कहा कि काहिरा से भारतीयों को लाने के लिए कुछ और विशेष उड़ानों का इंतजाम किया जा सकता है. अब तक दो फ्लाइटों में काहिरा से 550 लोगों को लाया जा चुका है. एयर इंडिया सूत्रों का कहना है, "ये उड़ानें पूरी तरह व्यावसायिक हैं. चूंकि काहिरा के लिए एयर इंडिया की नियमित उड़ान नहीं है, इसलिए अपने स्टाफ को हमें वहां भेजना पड़ा ताकि विशेष उड़ानों का प्रबंध किया जा सके और वहां फंसे भारतीयों को घर लाया जा सके."
रिपोर्टः पीटीआई/ए कुमार
संपादनः एमजी