ऑस्ट्रेलियन ओपनः जोकोविच तीसरे दौर में
१९ जनवरी २०१२टेनिस खेलने के साथ साथ जोकोविच साल के आखिर में हॉलीवड की फिल्म द एक्पेंडेबल्स 2 में आने वाले हैं. जोकोविच ने मैच के बाद कहा, "जीत जीत ही है. शुरुआती दौर में मैं किसी भी प्रतिद्वंद्वी को हल्के में नहीं लेता. मैच की शुरुआत में सैंटियागो बॉल बहुत ही फ्लैट मार रहे थे लेकिन लग रहा था कि कभी न कभी उनकी लय टूटेगी और उसी समय मुझे तैयार रहना होगा. मैंने अच्छा खेला." पहले सेट में एक मौका ऐसा आया जब लगातार चार फॉल्ट्स के कारण गिराल्डो को सर्विस ब्रेक करने का मौका मिला. लेकिन नंबर वन खिलाड़ी ने ऐसा होने नहीं दिया. "ईमानदारी की बात यह है कि कई बार करियर में ब्रेक डाउन के मौके आए. लेकिन उनसे मुझ पर असर नहीं पड़ा. खासकर पहले सेट में. मुझे पता था कि मैं बॉल को बेहतरी से हिट करना शुरू करूंगा."
उधर एंडी मरे भी फॉर्म में बने हुए हैं. उन्होंने फ्रांस के खिलाड़ी एदोआर्द रोजर को 6-1, 6-4, 6-4 से हराया. 2008 की चैंपियन मारिया शारापोवा ने अमेरिका की जेमी हैम्पटन को 64 मिनट में ही 6-0 और 6-1 से हरा दिया और सेरेना विलियम्स को चेक गणराज्य की बार्बोरा जालावोवा को हराने सिर्फ 66 मिनट लगे. उन्होंने जालावोवा को 6-0, 6-4 से मात दी. किम क्लाइस्टर्स भी अपने प्रतिद्वंद्वी को हराकर आसानी से आगे पहुंच गई हैं.
कड़ी टक्कर
अक्सर महिला टेनिस के बारे में कहा जाता है कि टॉप खिलाड़ियों और बाकी खिलाड़ियों के खेल में जमीन आसमान का अंतर है. लेकिन इसका एक मजबूत जवाब कार्ला सुआरेज नवारो रहीं जिन्होंने विम्बल्डन चैंपियन पेट्रा क्वितोवा को कड़ी टक्कर दी. उन्हें दूसरे सेट में वापसी में बहुत मेहनत करनी पड़ी. उनके मैच का स्कोर 6-2, 2-6, 6-4 रहा. 21 साल की चेक खिलाड़ी क्वितोवा ने कहा, "वापस खेल में लौटना मुश्किल था क्योंकि आपको पता है कि वह बहुत अच्छा खेल रही है और उनके पास कोई कमी नहीं. मैंने कुछ और शॉट्स खेले, रैली करने की कोशिश और स्मार्ट खेलने की भी वही मुख्य बात थी."
सेरेना विलियम्स जब फिट होती हैं तो उनके खेल का कोई सानी नहीं. और स्ट्रिकोवा पर उनकी जीत इसका उदाहरण है. यह मैच उनके करियर का 500वां मैच था. "यह शानदार है. बहुत ही कूल. पांच सौ मैच खेलने के लिए ही काफी हैं जीतने की बात तो आगे की है." सेरेना से पहले वीनस, क्लाइस्टर्स, थाई तामारिने तानासुगार्न अपने करियर के 500 मैच खेल चुकी हैं.
रिपोर्टः एएफपी/रॉयटर्स/आभा एम
संपादनः महेश झा