ऑस्ट्रेलिया में सूनामी जैसी बाढ़ से तबाही
११ जनवरी २०११क्वींसलैंड राज्य के टूवूम्बा शहर में सोमवार को आधी रात में अचानक पानी का सैलाब आया और घरों, कारों और सामने जो आया उसे बहाता चला गया. अचानक आई बाढ़ ने सो रहे लोगों को संभलने का मौका भी नहीं दिया. उजाला होने तक सब बिखर गया. अधिकारियों का कहना है कि कम से कम आठ लोगों की मौत हो चुकी हैं और 72 लोग लापता हैं. आशंका जताई जा रही है कि मृतकों की संख्या और बढ़ेगी.
वहां से आ रही तस्वीरों में दिखाया जा रहा है कि उफनता हुआ मटमैला पानी तेजी से रिहाइशी इलाके में घुसा. पानी का वेग इतना तेज था कि उसके सामने कोई चीज टिक नहीं पाई. गलियों में कारें, लोग और घरों के अवशेष बहते चले गए और मिनटों के भीतर ही पूरा टूवूम्बा कस्बा डूब गया. क्वींसलैंड की मुख्यमंत्री एना ब्लिघ का कहना है, ''यह दिल दुखाने वाली परिस्थितियां है, जिनकी चपेट में बच्चे और युवा परिवार आए हैं.''
अब तक आठ लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं. इनमें एक महिला और दो बच्चे भी शामिल हैं. कई शव कारों के भीतर से निकाले गए हैं. आपदा नियंत्रण विभाग के अधिकारी इयान स्टीवर्ट के मुताबिक राहत और बचाव की तमाम कोशिशों के बावजूद 72 लोगों को अब तक पता नहीं चल सका है. लापता लोगों को लेकर अधिकारियों को काफी फिक्र हो रही है. स्टीवर्ट कहते हैं, ''मेरी नजर में यह महाविनाश है. कई घर तबाह हो चुके है, लोग भी लापता है.''
सूनामी की शक्ल में आई बाढ़ में कई लोग भाग्यशाली भी रहे. कुछ लोग बहते हुए पेडों से चिपक गए. ऐसे लोगों को स्टीमरों के जरिए निकालने की कोशिश की जा रही है. राहत और बचाव के बारे में जानकारी देते हुए ऑस्ट्रेलियाई सासंद इयान मैकफारलेन ने कहा, ''पानी घरों की दीवारें और खिड़कियां तोडता हुआ कमरों में घुसा है. कार पार्किंग में खड़ी कारें एक साथ बहती हुई शहर की गलियों में चलीं गई. यह एक त्रासदी भरा दिन है. इसे जमीन पर आया सूनामी कहा जा सकता है.''
ऑस्ट्रेलिया का क्वींसलैंड राज्य दिसंबर से ही बाढ़ की मार झेल रहा है. मंगलवार को आई बाढ़ ने हालात को और बदतर और डरावना बना दिया है. टूवूम्बा में बाढ़ के लिए कोई चेतावनी जारी नहीं की गई थी. इस वजह से लोगों का डर और बढ़ गया है. बाढ़ की अगली मार क्वींसलैंड की राजधानी ब्रिसबेन पर पड़नी है. बुधवार को वहां बाढ़ अपने चरम पर होगी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: एन रंजन