करजई करेंगे पाक दौरा, एजेंडे पर तालिबान से बातचीत
९ जून २०११इस्लामाबाद में एक पाकिस्तानी अधिकारी ने बताया, "करजई दो दिन के दौरे में राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के साथ बात करेंगे." अधिकारी के मुताबिक बातचीत दोतरफा और क्षेत्रीय मुद्दों पर केंद्रित रहेगी. इस दौरान दोनों देशों के साझा आयोग की भी बैठक होगी. विदेश मंत्री के स्तर पर काम करने वाले इस आयोग के अधिकारों में गिलानी के हालिया अफगान दौरे में वृद्धि की गई.
इस आयोग में अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री, सेना प्रमुख और खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख देश की नुमाइंदगी करेंगे. अप्रैल में काबुल में गिलानी से मुलाकात के बाद करजई ने कहा कि इस आयोग को तालिबान उग्रवादियों के साथ शांति वार्ता करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
पाकिस्तान अमेरिका पर 11 सितंबर 2001 के आंतकवादी हमलों से पहले अफगानिस्तान की तालिबान सरकार का मुख्य समर्थक था. लेकिन बाद में उसने तालिबान के खिलाफ अमेरिका का साथ दिया. लेकिन कुछ विश्लेषकों का कहना है कि घरेलू स्तर पर तालिबान उग्रवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बावजूद पाकिस्तान ने अफगान तालिबान से अपने संपर्क कायम रखे हैं. उसे उम्मीद है कि अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी के बाद उसके ये संपर्क अहम साबित होंगे.
अफगान और पश्चिम अधिकारी अक्सर पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान और खासकर आईएसआई पर अफगान तालिबान को समर्थन देने का आरोप लगाते रहे हैं. पाकिस्तान इन आरोपों को खारिज करता है और चरमपंथियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई और उनसे खुद को होने वाले जानमाल के नुकसान की दुहाई देता है.
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता तहमीना जाजुआ ने भी करजई के दौरे की पुष्टि की है. इस्लामाबाद में जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि इससे दोनों देशों के बीच दोस्ती और सहयोग को और बढ़ावा मिलेगा. पाकिस्तान के शहर एबटाबाद में अल कायदा नेता ओसामा बिन लादेन की मौत के एक महीने बाद करजई पाकिस्तान का दौरा कर रहे हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ओ सिंह