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कलमाड़ी का दावा, सीबीआई को कुछ नहीं मिला

५ मार्च २०११

कॉमनवेल्थ गेम्स आयोजन समिति से बर्खास्त सुरेश कलमाड़ी ने कहा कि उनके घर पर हुई छापे की कार्रवाई में सीबीआई के हाथ कोई सबूत नहीं लगा. कॉमनवेल्थ घोटाले में करोड़ों के घोटाले का आरोप लेकिन कलमाड़ी ने खुद को बेकसूर बताया.

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तस्वीर: UNI

कुछ ही दिन पहले सीबीआई अधिकारियों ने पुणे में कलमाड़ी के लॉकरों की तलाशी ली. हालांकि सुरेश कलमाड़ी का कहना है कि सीबीआई को कोई सबूत नहीं मिला. कांग्रेस सांसद कलमाड़ी ने बताया, "सीबीआई अधिकारी मेरे घर आए. लेकिन उन्हें मिला क्या. उन्हें वही रिकॉर्ड मिला जिसका मैं इनकम टैक्स रिटर्न भर चुका हूं."

कलमाड़ी ने कहा है कि वह जांच अधिकारियों के साथ सहयोग करेंगे. दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स में अनियमितताओं के आरोपों की सीबीआई जांच कर रही है. कलमाड़ी ने कहा कि सब सही है. वह जांच के लिए तैयार हैं और सभी सवालों के जवाब देंगे. कलमाड़ी के मुताबिक उन्हें दुनिया भर से खत मिले हैं जिसमें कॉमनवेल्थ गेम्स के सफल आयोजन पर तारीफ की गई है.

कलमाड़ी के मुताबिक वह छिपते हुए नहीं घूम रहे हैं जैसा कि कुछ मीडिया चैनलों में उनके बारे में कहा जा रहा है. कलमाड़ी ने कहा कि वह ऐसा कुछ नहीं करेंगे जिससे पुणे की छवि को नुकसान पहुंचे. कलमाड़ी पुणे से ही सांसद चुने गए हैं.

कॉमनवेल्थ गेम्स में खेल गांव पर कॉन्ट्रैक्ट दिए जाने से 24 करोड़ रुपये का नुकसान होने की रिपोर्टें हैं. अन्य कई उपकरणों की खरीद में भी सामान को बढ़े चढ़े दामों पर खरीदे जाने की बात सामने आई है. कलमाड़ी के नजदीकी और आयोजन समिति के पूर्व महासचिव ललित भनोट, पूर्व महानिदेशक वीके वर्मा को वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है.

नवंबर 2010 में कांग्रेस पार्टी ने सुरेश कलमाड़ी को पहले संसदीय दल के सचिव पद से बाहर का रास्ता दिखाया और फिर इस साल जनवरी में उन्हें आयोजन समिति के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया. टीएस दरबारी और संजय महिन्द्रू भी जेल में रहने के बाद अब जमानत पर बाहर हैं.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ए जमाल

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