कलमाड़ी से सीबीआई ने फिर पूछताछ की
१५ मार्च २०११स्विस कंपनी ओमेगा के साथ 107 करोड़ रुपये का टाइम कीपिंग कॉन्ट्रैक्ट का किया गया जिसमें धांधली बरते जाने के मामले के आरोपों की जांच हो रही है. सुरेश कलमाड़ी के वकील ने बताया है कि उनसे पूछताछ हुई है.
इससे पहले जनवरी में भी सीबीआई ने कलमाड़ी से सवाल जवाब किए थे. कॉमनवेल्थ गेम्स में कॉन्ट्रैक्ट की बकाया राशि का भुगतान न होने के चलते आठ देशों ने भारत को खत लिखा है जिसमें उन्होंने कहा है कि अगर भुगतान नहीं हुआ तो उसका विदेशी निवेश पर असर पड़ेगा.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और नए खेल मंत्री अजय माकन ने दोहराया है कि भ्रष्टाचार के मामलों के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. पिछले साल दिसंबर में सुरेश कलमाड़ी के घर पर छापेमारी हुई और फिर पुणे में उनके दो लॉकरों को भी जांच एजेसियों ने खंगाला.
जिन आरोपों की जांच चल रही है उनमें दो स्टेडियमों के पुनर्निर्माण, क्वीन्स बैटन्स रिले आयोजन, खेल उपकरण खरीदने में धांधली, स्विस टाइम कीपिंग कॉन्ट्रैक्ट और खेलों के सीधे प्रसारण से जुड़े मामले शामिल हैं. आयोजन समिति के सदस्यों को चार मामलों में आरोपी बनाया गया है.
उन पर कॉन्ट्रैक्ट देने में अनियमितता बरतने का आरोप है लेकिन आयोजन समिति के पूर्व चैयरमैन सुरेश कलमाड़ी का नाम दर्ज नहीं हुआ है. सीबीआई कई बार उनके सामान, लॉकर पर छापे मार चुकी हैं और पूछताछ भी हो चुकी है.
सुरेश कलमाड़ी लगातार कहते रहे हैं कि खेलों के आयोजन में कथित धांधलियों में उनका कोई हाथ नहीं है लेकिन उन पर आरोप हैं कि आयोजन समिति के मुखिया होने की वजह से जिम्मेदारी उनकी ही बनती है. वैसे एक इंटरव्यू के दौरान कलमाड़ी कह चुके हैं कि जांच का दायरा बढ़ना चाहिए और दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से भी पूछताछ होनी चाहिए.
सुरेश कलमाड़ी के तीन बेहद करीबी साथी पहले ही जेल पहुंच चुके हैं. वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में आयोजन समिति के पूर्व महासचिव ललित भनोट, पूर्व महानिदेशक वीके वर्मा और उनके निजी सहायक शेखर देवरुखकर पर जांच का फंदा कसा है और जेल में हैं. सीबीआई ने अब तक कॉमनवेल्थ गेम्स के आयोजन में धांधली के सिलसिले में आठ मामले दर्ज किए हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ओ सिंह