कीवियों से टक्कर के लिए तैयार कंगारू
२५ फ़रवरी २०११न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च शहर में आए भूकंप से टीम को भावनात्मक झटका लगा है. न्यूजीलैंड की टीम फिलहाल अपने फिजियो और ट्रेनर के बगैर वर्ल्ड कप में हैं. फिजियोथेरेपिस्ट डेल शैकेल और ट्रेनर ब्रायन स्ट्रोनेच भूकंप प्रभावित अपने परिवारों की देखभाल के लिए देश लौट चुके हैं. भारतीय टीम के फिजियो भी न्यूजीलैंड से हैं.
न्यीजीलैंड क्रिकेट ने बीसीसीआई से अनुरोध किया कि भारतीय टीम के फिजियो पॉल क्लोज को कुछ दिनों के लिए घर जाने की इजाजत दी जाए लेकिन भारतीय बोर्ड ने इससे इनकार किया. न्यूजीलैंड के खिलाड़ी स्कॉट स्टायरिस ने ट्विटर पर अपनी भड़ास निकालते हुए लिखा, "क्या कोई भारत में किसी फिजियो को जानता है. दुर्भाग्य से बीसीसीआई न्यूजीलैंड के फिजियो को क्राइस्टचर्च जा कर अपने ध्वस्त हो चुके घर को देखने की इजाजत नहीं दे रही है. यह सिर्फ एक हफ्ते की ही बात है."
देश में इतने बड़े पैमाने पर हुई त्रासदी के बाद न्यूजीलैंड के खिलाड़ी अपने खेल पर कितना ध्यान दे पाएंगे यह सवाल सबके मन में तैर रहा है. हालांकि गुरुवार को कीवियों ने अभ्यास सत्र में हिस्सा लिया. इंग्लैंड और नीदरलैंड्स के बीच नागपुर में ही मैच खेला गया और उसमें एक ही दिन में करीब 600 रन स्कोर बोर्ड पर टंगे. नागपुर के दर्शक अब ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच मैच में भी रनों की बारिश की उम्मीद कर रहे हैं.
मैच सुबह 9.30 बजे शुरू होगा और सुबह की नमी का फायदा तेज गेंदबाजों को मिल सकता है. लेकिन उसके बाद पिच के सपाट होने और बल्लेबाजों के लिए आसान होने की उम्मीद है. न्यूजीलैंड के हमीश बेनेट और टिम साउदी ने केन्या की बल्लेबाजी को ध्वस्त कर दिया था लेकिन नागपुर में डेनियल वेटोरी और नेथन मैक्कुलम भी टीम के लिए उपयोगी साबित होने की उम्मीद है.
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज स्पिनरों को खेलने में पूरी तरह सहज महसूस नहीं करते और जिम्बाब्वे के खिलाफ मैच में यह नजर भी आया. इससे वेटोरी और उनके साथी गेंदबाज उत्साहित हैं. इंग्लैंड और नीदरलैंड्स के बीच मैच में ग्रैम स्वान और पिटर सीलार ने अपनी स्पिन से बल्लेबाजों को काबू में रखने की कोशिश की.
ऑस्ट्रेलिया को शेन वॉटसन का सहारा है और शुरुआती ओवरों में वह तेज गति से रन बनाना चाहेंगे. टीवी तोड़ने के बाद से आलोचना के शिकार रिकी पोंटिंग भी मैदान में अपनी पारी का जादू बिखेर कर विवाद को पीछे छोड़ने का एक रास्ता मान रहे हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ईशा भाटिया