खोदी जा सकती है माइकल जैक्सन की कब्र
३० अगस्त २०१०माइकल जैक्सन की मौत पर विवाद बढ़ता जा रहा है. जैक्सन के डॉक्टर कोनराड मरे पर लाचार होकर हत्या करने की धाराएं लगाई गई हैं. लेकिन अब डॉक्टर मरे के वकील इस धारा को चुनौती देने की तैयारी कर रहे हैं. वकील पॉप स्टार की विसरा यानी अटॉप्सी रिपोर्ट को चुनौती देने की योजना बना रहे हैं.
माइकल जैक्सन की विसरा रिपोर्ट के आधार पर ही डॉक्टर मरे पर लाचार होकर हत्या करने की धारा लगाई गई. अभियोजन पक्ष की दलील थी कि डॉक्टर मरे ने जैक्सन को दवाओं की ओवरडोज दी, जिसकी वजह से पॉप स्टार की मौत हुई. बचाव पक्ष के वकील विसरा रिपोर्ट को चुनौती दे रहे हैं.
अदालत ने जैक्सन की कुछ कोशिकाओं की फिर से जांच के आदेश दे दिए हैं. यह नमूने लैब के डीप रेफरीजरेटर में रखे गए हैं. एक सूत्र ने कहा, ''अगर इस जांच से कोई ठोस नतीजा नहीं निकला, तो बचाव पक्ष को मजबूत मिलेगी. फिर अगला कदम कब्र से शव को निकालने का होगा, ताकि नए परीक्षण हो सकें.''
इन खबरों से माइकल जैक्सन का परिवार दुखी है. परिवार के एक करीबी ने कहा, ''परिवार के लिए यह एक डरावनी स्थिति है. माइकल के शव को निकाला जाने की आशंका उन्हें आहत कर रही है.''
दुनिया के सबसे बड़े पॉप स्टार माने जाने वाले माइकल जैक्सन की जून 2009 में मौत हो गई थी. मौत के वक्त डॉक्टर मरे उनके साथ थे. माइकल को बचाने के लिए उन्होंने प्रोपोफॉल दवा दी. अभियोजन पक्ष का कहना है कि पॉप स्टार को प्रोपोफॉल की डोज इतनी ज्यादा दी गई कि उनकी मौत हो गई. मौत के काफी समय बाद उन्हें दफनाया गया. उनकी कब्र की सही जगह सिर्फ जैक्सन परिवार को पता है.
रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह
संपादन: ए कुमार