खोरोकोस्की पर अमेरिका ने रूस को लताड़ा
२८ दिसम्बर २०१०सोमवार को पूर्वी युकोस तेल कंपनी को दोषी ठहराया गया और उसके सह प्रतिवादी प्लातोन लेबेदेव पर गबन और पैसे को गैर कानूनी रूप से बाहर भेजने के आरोप साबित हुए हैं. उन पर 1998 से 2003 के बीच खोरोकोस्की की युकोस तेल कंपनी से 21.8 करोड़ टन तेल के गबन करने के आरोप लगे थे.
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता रॉबर्ट गिब्स ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने खोरोकोस्की मामला और दूसरे मुकदमों के बारे में रूस के राष्ट्रपति दिमित्री मेद्वेदेव से कई बार बातचीत की है.
गिब्स ने बयान में कहा कि ओबामा ने गलत काम के लिए न्यायिक प्रणाली का इस्तेमाल होने की आशंका पर चिंता जताई. इन लोगों के खिलाफ चुनिंदा जगहों पर ही कानून लागू करने से रूस की साफ सुथरी और न्यायप्रिय छवि को हानि पहुंचती है. इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कानून को राजनीतिक लक्ष्य के लिए इस्तेमाल करने के बारे में चिंता जताई थी.
अमेरिकी राष्ट्रपति और विदेश मंत्रालय ने कहा है कि मेद्वेदेव रूस के न्यायालय को उदार बनाने का वादा कर चुके हैं और वह इसे पूरा नहीं कर रहे.
अदालत के इस फैसले पर सबकी नजर थी. खासकर इससे संकेत मिलता है कि प्रधानमंत्री व्लादिमीर पुतिन और राष्ट्रपति दिमित्री मेद्वेदेव के नेतृत्व में रूस किस दिशा में जाएगा. काफी समय से अटकलें जारी हैं कि पुतिन 2012 में फिर से राष्ट्रपति चुनाव लड़ कर क्रेमलिन में लौटना चाहते हैं. किसी जमाने में रूस के सबसे अमीर व्यक्ति रहे 47 वर्षीय खोरोकोस्की अब सबसे अहम कैदी हैं.
मिखाइल खोरोकोस्की हेराफेरी से आरोपों में आठ साल से जेल में हैं. अगले साल उन्हें रिहा होना था. लेकिन पिछले साल ही उन पर गबन और पैसे को अवैध रूप से बाहर भेजने के आरोप में नया मुकदमा शुरू हुआ. संभावना है कि उन्हें 2017 तक जेल में रहना पड़ सकता है.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः वी कुमार