गूगल को पछाड़ एप्पल बना सबसे बड़ा ब्रांड
९ मई २०११ग्लोबल ब्रांड एजेंसी मिलवर्ड ब्राउन ने अपनी ताजा रिपोर्ट में एप्पल को गूगल से आगे बताया है. रिपोर्ट के मुताबिक एप्पल की ब्रांड वैल्यू 153 अरब डॉलर की हो गई है. उन्होंने दुनिया के 100 सबसे बड़े ब्रांड पर रिसर्च की है. एप्पल की यह लगातार दूसरी बड़ी कामयाबी है. पिछले साल माइक्रोसॉफ्ट को पछाड़ते हुए वह सबसे मूल्यवान तकनीकी कंपनी बन चुका है.
मिलवर्ड ब्राउन के ग्लोबल ब्रांड डायरेक्टर पीटर वेल्श ने कहा कि एप्पल जिस तरह से लोगों को अपनी तरफ खींचता है और इसके उत्पादों ने जिस तरह से बाजार के दूसरे उत्पादों से बिलकुल अलग अपनी जगह बना ली है, उसकी वजह से ही इसने यह रुतबा पाया है.
वेल्श ने कहा, "कीमत के मामलों में भी एप्पल नियमों को तोड़ रहा है. यह वैसा कर रहा है, जैसा लक्जरी ब्रांड किया करते हैं. ज्यादा कीमत होती है, तो ब्रांड बड़ा माना जाता है और इसे पाने की चाहत भी बड़ी हो जाती है. जाहिर है, इससे बड़े उत्पादों का बोध होता है और एप्पल यह करने में सफल हो पाया है."
जिन 100 बड़े ब्रांडों के नाम तय किए गए, उनमें टॉप 10 में छह तकनीकी कंपनियां हैं. दूसरे नंबर पर गूगल, तीसरे पर आईबीएम, माइक्रोसॉफ्ट पांचवें, एटी एंड टी सातवें और चाइना मोबाइल नौवें नंबर पर है.
कौन हैं बड़े ब्रांड
फास्ट फूड क्षेत्र की बड़ी कंपनी मैकडोनाल्ड ने दो पायदान की छलांग लगाते हुए चौथा नंबर हासिल कर लिया है, जबकि कोका कोला छठे नंबर पर फिसल गया है. सिगरेट कंपनी मार्लबोरो आठवें नंबर पर और जनरल इलेक्ट्रिक्स (जीई) 10वें नंबर पर आ गया है.
वाल्श ने कहा कि चीन से मांग लगातार बढ़ने से फास्ट फूड के ब्रांड तेजी से बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि "चीन के लोग फास्ट फूड को पहचान रहे हैं और वह एक विशाल बाजार है. स्टारबक्स, मैकडोनाल्ड, पिज्जा .. ये सब चीन में रच बस रहे हैं."
इंटरनेट की महाशक्ति बन कर उभर रहे फेसबुक ने धूम धड़ाके के साथ 100 नामी ब्रांड में प्रवेश किया है. उसने सीधा 35वां स्थान हासिल किया है और उसके ब्रांड की कीमत 19.1 अरब डॉलर आंकी गई है. फेसबुक गूगल को भी बड़ी चुनौती दे रहा है और जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में वह गूगल से आगे निकल सकता है. चीनी सर्च इंजन बाइदू ने 46 स्थान से छलांग लगाते हुए 29वां नंबर हासिल किया है.
टोयोटा दुनिया का सबसे बड़ा कार ब्रांड बन गया है. दुनिया के 100 सबसे बड़े ब्रांड की कीमत 204 अरब डॉलर आंकी गई है.
रिपोर्टः रॉयटर्स/ए जमाल
संपादनः ए कुमार