घातक बन कर खुश हैं युवराज
७ मार्च २०११खब्बू युवराज ने स्पिनर के तौर पर अपने जलवे बिखेरे और 31 रन देकर आयरलैंड के पांच विकेट झटक लिए. अंतरराष्ट्रीय वनडे में इतने सारे विकेट लेने का उन्होंने रिकॉर्ड बनाया है. इस खेल के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच भी दिया गया. "अच्छे खेल से अगले मैच के लिए मेरा उत्साह बढ़ता है. मेरी जिम्मेदारी है कि मैं अंत तक खेलूं चाहे हम पहले खेलें या बाद में. चोटों के कारण मैं डेढ़ साल क्रिकेट क्रिकेट से दूर रहा. और अब जीत में अपना योगदान देने के लिए लौटा हूं. यह बहुत संतोषजनक है. हो सकता है कि मैं फिलहाल 100 फीसदी नहीं खेल रहा हूं लेकिन इससे भी ज्यादा मैं मैच खत्म करने में मदद कर रहा हूं यह अहम है. कुल मिला कर यह दिन मेरे लिए अच्छा रहा."
युवराज का कहना था कि भारत को ऐसे बल्लेबाज की जरूरत थी जो आखिर तक रहे क्योंकि आयरलैंड के गेंदबाजों ने दो अहम विकेट लेकर टीम इंडिया को मुश्किल में डाल दिया. "पिछले गेम की तुलना में यह पिच धीमा था. चूंकि 100 पर ही हमारे चार विकेट गिर गए थे इसलिए किसी ऐसे बल्लेबाज की जरूरत थी जो आखिर तक टिके."
अपने पांच विकेटों से युवी बहुत खुश थे. "मैं पार्ट टाइम गेंदबाज हूं और जब मुझे पांच विकेट मिले तो मैं उतना ही खुश हुआ जितना वनडे इंटरनेशनल में पहला शतक बनाकर हुआ था. मेरे खयाल से एक कामचलाऊ गेंदबाज के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है. मैं यह नहीं कहूंगा कि गेंदबाजी से मेरा आत्मविश्वास बढ़ा. चाहे मैं विकेट लूं या नहीं लेकिन मैं रन बनाना चाहता हूं."
इस जीत के साथ यह उम्मीद भी बढ़ गई है कि भारत क्वार्टर फाइनल तक पहुंच जाएगा क्योंकि ग्रुप बी में वह अभी तक नहीं हारा है. उसने आयरलैंड और बांग्लादेश को हराया, जबकि इंग्लैंड से मैच टाई हुआ. लेकिन युवराज को उम्मीद है कि अगले मैचों में उनका प्रदर्शन और अच्छा होगा.
भारत को अभी नीदरलैंड्स, दक्षिण अफ्रीका और वेस्ट इंडीज से खेलना है. हर ग्रुप की 4 टॉप टीमें क्वार्टर फाइनल में खेलेंगी.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः उ भट्टाचार्य