चंद्रयान-2 पर खर्च होंगे 426 करोड़ रुपये
१० अप्रैल २०११पहले चंद्रयान मिशन के लिए 386 करोड़ रुपये खर्च किए गए लेकिन दूसरा मिशन पिछले की तुलना में 40 करोड़ रूपये महंगा होगा. चंद्रयान -2 के मिशन निदेशक माइलस्वामी अन्नादुरई ने चेन्नई में एक समारोह के दौरान अलग से यह बात बताई. अन्नादुरई चंद्रयान-1 के भी मिशन निदेशक रह चुके हैं.
अन्नादुरई ने बताया कि चंद्रयान-2 को 2013 के सितंबर में लॉन्च करने की तैयारी चल रही है. यह चंद्रयान चंद्रमा की धरती पर उतरेगा. पहला मिशन सिर्फ चंद्रमा की कक्षा में परिक्रमा करके लौट आया था. इसरो ने चंद्रयान-1 ऑडिशी को 30 अगस्त 2009 को खत्म कर दिया. इसके एक साल पहले इसे लॉन्च मिशन पर भेजा गया था. चंद्रयान से संपर्क टूट गया था जिसे दोबारा जोड़ा नहीं जा सका.
चंद्रमा के लिए दूसरे मिशन में एक ऑर्बिटर, एक लैंडर और एक रोवर होगा. इसे दक्षिण भारतीय राज्य आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से जियोसिंक्रोनस सेटेलाइट लॉन्च वेहिकल के सहारे अंतरिक्ष में रवाना किया जाएगा. इसरो इस मिशन में रूस की फेडरल स्पेस एजेंसी से सहयोग ले रहा है. ऑर्बिटर और लैंडर को तो भारत में तैयार किया गया है लेकिन रोवर रूसी स्पेस सेंटर ने बनाया है. ऑर्बिटर चंद्रमा से 200 किलोमीटर की दूरी पर रह कर उसकी कक्षा में चक्कर लगाएगा. लैंडर चंद्रमा की सतह पर उतरेगा इसका वजन करीब 1250 किलोग्राम होगा. रूसी अंतरिक्ष एजेंसी इसी साल इसका परीक्षण करने वाली है. रोवर का वजन 30-100 किलोग्राम के बीच होगा. कुल मिला कर चंद्रयान का वजन करीब 1400 किलोग्राम होगा.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः उभ