चीन जा रहा जहाज अटलांटिक में डूबा
३ अप्रैल २०१७दक्षिण कोरियाई कंपनी का जहाज ब्राजील से लौह अयस्क के लेकर चीन के लिए रवाना हुआ था. जहाज पर 2,60,000 टन लौह अयस्क लदा था. लेकिन शुक्रवार के बाद से जहाज का कोई सुराग नहीं है. राहत और बचावकर्मियों को लगता है कि जहाज हादसे का शिकार हो गया. माना जा रहा है कि जहाज टूटकर दक्षिण अटलांटिक महासागर की गहराई में समा चुका है. जहाज पर चालक दल के 24 सदस्य सवार थे. सिर्फ दो को बचाया जा सका. बाकी 22 का कोई अता पता नहीं है.
जहाजों, विमानों और हैलिकॉप्टरों के जरिये खोज का काम जारी है. दक्षिण कोरिया की समाचार एजेंसी के मुताबिक अब तक सिर्फ समंदर में तैरता तेल, कुछ मलबा और खाली लाइफ बोट ही दिखाई पड़ी हैं. उरुग्वे की नौसेना के प्रवक्ता गास्तोन खुआसोलो के मुताबिक, "जैसे जैसे समय बीत रहा है, उनके मिलने की संभावना कम होती जा रही है."
माना जा रहा है कि लौह अयस्क से भरा जहाज उरुग्वे के तट से 3,700 किलोमीटर दूर समंदर में समा चुका है. चालक दल के सदस्यों में 16 फिलीपीनी नागरिक और आठ दक्षिण कोरियाई नागरिक शामिल थे. जहाज दक्षिण कोरिया की पोलारिस शिपिंग कंपनी का था. शुक्रवार को चालक दल के सदस्यों ने पोलारिस कंपनी को आखिरी बार इमरजेंसी संदेश भेजा था. संदेश में जहाज के कप्तान ने कहा कि, "पानी भर रहा है" और जहाज टूट रहा है.
खुआसोलो के मुताबिक पहले जहाज में पानी भरा और फिर वह दो हिस्सों में टूटकर समंदर में समा गया. चालक दल के सिर्फ दो सदस्य लाइफ राफ्ट में मिले. उरुग्वे की नौसेना के प्रवक्ता के मुताबिक हादसे के दिन मौसम भी खराब नहीं था. पोलारिस कंपनी के जहाजों के साथ साथ उरुग्वे, अर्जेंटीना और ब्राजील की नौसेना सर्च ऑपरेशन में जुटी है.
(दुनिया के सबसे बड़े बंदरगाह)
ओएसजे/आरपी (रॉयटर्स)