चैंपियंस लीग में बायर्न को राहत
५ अगस्त २०११जर्मनी की सबसे सफल और सितारों से सजी बायर्न की टीम के लिए यह किसी बुरे सपने की तरह होगा कि वे मुख्य मुकाबले के लिए क्वालीफाई न कर पाएं और फाइनल मैच उन्हीं के घर में हो. जर्मनी की राष्ट्रीय लीग बुंडेसलीगा की दो टीमों को सीधे तौर पर यूरोप के सबसे बड़े लीग मुकाबले चैंपियंस लीग में प्रवेश मिल जाता है, जबकि तीसरी टीम को इसके लिए प्लेऑफ मैच खेलना पड़ता है.
खराब रहा सीजन
चार बार की यूरोपीय चैंपियन बायर्न म्यूनिख के लिए पिछला सीजन बेहद खराब रहा था और वह बुंडेसलीगा में तीसरे नंबर पर ही आ पाया और इस वजह से उसे प्ले ऑफ मैच के जरिए अपनी जगह पक्की करनी होगी. मजेदार बात यह भी है कि जर्मनी की टीमें इस साल से यूएफा रैंकिंग में ऊपर चढ़ गई है और अगले साल उसके दो नहीं तीन टीमों को सीधे चैंपियंस लीग में प्रवेश मिलेगा. पिछले सीजन में तीसरे नंबर पर रहने की वजह से कोच लुई फान गाल को पद छोड़ना पड़ा.
ज्यूरिख की टीम से प्ले ऑफ खेलने पर नए कोच युप हाइंकेस का कहना है, "यह एक ऐसा काम है, जो मजेदार होगा और पूरा करने लायक होगा." उन्होंने कहा कि अच्छा है कि हमें रूबिन से नहीं टकराना है.
वैसे ज्यूरिख की टीम के बारे में ज्यादा चर्चा तो नहीं होती है लेकिन दो साल पहले उसने एसी मिलान को शिकस्त दे दी थी. हालांकि इस साल स्विट्जरलैंड लीग में उसकी खराब शुरुआत हुई है और उसने शुरू के तीनों मैच गंवा दिए हैं.
आर्सनल की चुनौती
ब्रिटेन के मशहूर आर्सेलन क्लब को इस बार चैंपियंस लीग में जगह बनाने के लिए इटली की उडीनीसी से भिड़ना और जीतना होगा. उडीनीसी की हाल के दिनों में खूब चर्चा थी लेकिन दो महंगे खिलाड़ियों को बेच देने के बाद टीम ज्यादा मजबूत नजर नहीं आ रही है. फिर भी आर्सेनल उसे हल्के में लेने की गलती नहीं करेगा. उडीनीसी के कोच ने तो अभी से कह दिया है कि वह आर्सेनल को चैंपियंस लीग में पहुंचने से रोकने से ज्यादा ध्यान इटली के सीरी-ए मुकाबले में लगाएगा. इटली की राष्ट्रीय लीग मुकाबले को सीरी-ए कहते हैं. कोच फ्रांको कोलाविनी का कहना है, "यूरोप के सबसे अहम क्लबों में से एक को रोक पाना आसान नहीं होगा. लेकिन आर्सेनल जैसे क्लब के साथ खेलना अच्छा होगा."
फ्रांस की ओलंपिया लियों इस बार प्ले ऑफ में फंस गई है और उसे अपना मैच रूस जाकर रूबीन काजान से खेलना होगा. रूबीन काजान से ज्यादा मुश्किल रूस की परिस्थितियों में फुटबॉल खेलना है, जहां 2018 का वर्ल्ड कप भी खेला जाएगा.
एफसी कोपेनहागेन को चेक गणराज्य के विक्टोरिया पेलजेन से और माल्मो को क्रोएशिया की डिनामो जागरेब से भिड़ना है.
दो चक्रों में मुकाबला
इन टीमों के बीच पहले चक्र का मुकाबला 16/17 अगस्त को खेला जाएगा, जबकि दूसरे चक्र का मुकाबला एक हफ्ते बाद खेला जाएगा. दोनों टीमें एक दूसरे के स्टेडियम में खेलेंगी और दूसरे के स्टेडियम में खेलते हुए गोल करने का दोगुना फायदा होगा. चैंपियंस लीग के लिए पांच सीटें निचले स्तर पर फुटबॉल खेलने वाले देशों की सबसे बड़ी टीमों के लिए सुरक्षित रहेगा.
रिपोर्टः रॉयटर्स/ए जमाल
संपादनः महेश झा