जमीन बचाने की न्यूजीलैंड की लड़ाई
५ नवम्बर २०१०मैककुलम के 38 रनों में सात चौके शामिल थे, लेकिन उन्हें इनके लिए 75 गेंदें खेलनी पड़ी. तीन चौकों वाले रॉस टेलर को भी 18 रनों के लिए 61 गेंदों का सामना करना पड़ा. भारत के गेंदबाजों ने काफी कसी गेंदबाजी की.
इससे पहले अपनी सधी हुई गेंदबाजी से न्यूजीलैंड के स्पिन गेंदबाजों ने भारत के आगे बढ़ने पर रोक लगा दिया. लेकिन हरभजन की 69 रनों की पारी से भारत 487 रन बनाने में कामयाब हो गया. हरभजन ने प्रज्ञान ओझा के साथ 66 रनों और श्रीसंत के साथ नौ रनों की साझेदारी निभाई. 3 छक्कों और पांच चौकों के साथ उन्होंने कुल 69 बनाए. वेटोरी ने आखिरी खिलाड़ी के रूप में उन्हें आउट किया. उन्होंने 118 रन देकर चार विकेट लिए. इसके अलावा जीतेन पटेल को 135 रनों की कीमत पर तीन विकेट मिले.
आज सुबह जब सचिन तेंदुलकर और लक्ष्मण मैदान में उतरे, तो भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को उम्मीद थी कि वे सचिन का पचासवां शतक देख सकेंगे. दोनों बल्लेबाज काफी सावधानी से खेल रहे थे और 31.2 ओवरों में उन्होंने 66 रनों की साझेदारी निभाई. इसी स्कोर पर सचिन अपने चालीस रनों के साथ आउट हो गए. उन्हें न्यूजीलैंड के स्पिनर पटेल ने अपनी ही गेंद पर कैच लेते हुए आउट किया. पांच ओवरों के बाद चालीस के ही व्यक्तिगत स्कोर पर लक्ष्मण भी पैविलियन वापस लौट गए. भारत के मध्यक्रम के बाकी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर पाए, रैना तीन और धोनी दस रनों के स्कोर पर वापस लौटे. जहीर खान भी बस एक रन के साथ अपना खाता खोल पाए.
न्यूजीलैंड को फॉलो ऑन बचाने के लिए अभी 219 रन बनाने हैं. अगर वे इसमें कामयाब रहते हैं, तो मैच दिलचस्प हो सकता है. भारत की कोशिश रहेगी कि पारियां जल्दी-जल्दी खत्म हों, न्यूजीलैंड के कम रन बने, और भारत की दूसरी पारी में तेजी से रन बनें.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ
संपादन: एन रंजन