जर्मनी और मंगोलिया में अरबों की डील
१३ अक्टूबर २०११चांसलर मैर्केल पिछले छह सालों में मंगोलिया के दौरे पर जाने वाली पहली पश्चिमी नेता हैं. उन्होंने कहा कि यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था संसाधन बहुल मंगोलिया के साथ दीर्घकालीन सहयोग करना चाहती है. उलान बाटोर में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद चांसलर मैर्केल ने पत्रकारों से कहा, "हमारे दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग की और बहुत संभावनाएं हैं." चांसलर ने कहा, "मैं जर्मनी को सहयोगी के रूप में पेश कर रही हूं जो मंगोलिया के साथ टिकाई और समानता पर आधारित दूरगामी संबंधों का विकास करना चाहता है."
अंगेला मैर्केल एक बड़े व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल के साथ मंगोलिया गई हैं. उन्होंने कहा कि गुरुवार को हस्ताक्षरित ढांचागत संधि में दुर्लभ खनिज और तांबा को भी शामिल किया गया है. जर्मन कंपनियों ने कहा है कि वे मंगोलिया के साथ दुर्लभ खनिजों की खरीद का समझौता करना चाहते हैं. ये आई-पॉड, कम गैस निकास करने वाली कारों, पवन चक्की और मिसाइलों जैसे हाइटेक उत्पादों के निर्माण के लिए बहुत जरूरी हैं.
मैर्केल ने कहा कि मंगोलिया के प्रधानमंत्री सुखबातार बाटबोल्ड ने तांबा और दुर्लभ धातुओं के खनन के लिए जर्मन टेक्नोलॉजी में दिलचस्पी दिखाई है. मंगोलिया आर्थिक विकास को बढ़ावा देना चाहता है और प्राकृतिक संसाधनों से लैस देश में आम लोगों को गरीबी से बाहर निकालना चाहता है.
बाटबोल्ड ने कहा है कि जर्मन तकनीक उनके देश की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के विकास में मददगार होगी. उन्होंने कहा, "हम सिर्फ कच्चे माल का निर्यात नहीं करना चाहते. जर्मन तकनीक से हमारे संसाधनों के विकास में मदद मिलेगी."
बुधवार को वियतनाम से मंगोलिया पहुंची जर्मन चांसलर 2005 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के दौरे के बाद मंगोलिया जाने वाली जी-7 देशों की पहली नेता हैं. उनके दौरे पर जर्मन खनन कंपनी बीबीएम ओपेरेटा और इंजीनियरिंग कंपनी सीमेंस ने मंगोलिया के टावन टोल्गोई खान के विकास के डील पर दस्तखत किए. यहां दुनिया का सबसे बड़ा कोयला भंडार है.
जर्मन चांसलर के दौरे से कुछ ही सप्ताह पहले जर्मन अदालत ने मंगोलिया के एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी को रिहा कर दिया था जिसे ब्रिटेन ने एक एक संदिग्ध अपराधी के अपहरण के शक में जर्मनी को प्रत्यर्पित किया था. बाट खुर्ट पर 2003 में हत्या के एक संदिग्ध का जर्मनी से अपहरण करने का आरोप था. खुर्ट के प्रत्यर्पण पर उलान बाटोर ने नाराजगी का इजहार किया. मंगोलिया का कहना है कि ब्रिटेन ने खुर्ट को गिरफ्तार करने के लिए प्रलोभन देकर लंदन बुलाया.
रिपोर्ट: एएफपी/महेश झा
संपादन: ओ सिंह