जर्मनी के दौरे पर केरी
२६ फ़रवरी २०१३अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी अपना पद संभालने के बाद पहली बार विदेश यात्रा कर रहे हैं. 11 दिनों के दौरे में वे यूरोप और मध्यपूर्व जाएंगे. बर्लिन में होगी सीरिया संकट पर बातचीत.
जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल के अलावा केरी जर्मन विदेश मंत्री गीडो वेस्टरवेले से मिलेंगे और अफगानिस्तान से अंतरराष्ट्रीय सैनिकों की वापसी और मध्यपूर्व संकट पर बातचीत करेंगे. जर्मन विदेश मंत्री वेस्टरवेले ने केरी की यात्रा पर टिप्पणी करते हुए कहा कि केरी का दौरा यह साबित करता है कि अमेरिका यूरोप को भूला नहीं है. अमेरिका और दक्षिण पूर्वी एशिया के देशों के बीच बढ़ते संबंधों ने आलोचकों को सोचने पर मजबूर कर दिया था कि अमेरिका अपनी कूटनीति एशिया पर केंद्रित कर रहा है.
वॉशिंगटन और मॉस्को के बीच बढ़ता तनाव भी केरी के दौरे का केंद्र बना रहेगा. बर्लिन में केरी रूसी विदेश मंत्री सेरगेई लावरोव से मिलेंगे. रूस ने सीरिया के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई पर रोक लगा रखी है. साथ ही हाल में रूस ने अमेरिकी नागरिकों द्वारा रूसी बच्चों को गोद लेने पर भी रोक लगा दी है. रूस में मानवाधिकार हनन को देखते हुए अमेरिका को यह बात काफी खली है.
जर्मनी के साथ केरी यूरोप और अमेरिका के बीच खुले व्यापार की भी पैरवी करेंगे. बर्लिन में एक युवा सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यूरोप और अमेरिका पहले से ज्यादा एक दूसरे से बंध गए हैं. दोनों के पास विकास की बड़ी संभावनाएं हैं. केरी के दौरे पर जर्मनी की सत्ताधारी सीडीयू के नेता रूपरेष्ट पोलेंस ने कहा कि अमेरिका के साथ अगर खुले व्यापार का समझौता होता है तो यूरोप में आर्थिक विकास दर 2 प्रतिशत तक बढ़ सकता है.
केरी ने अपने बचपन के कुछ दिन बर्लिन में गुजारे हैं और उनका दौरा उन्हें अपने पुराने दिनों की भी याद दिलाएगा. 69 साल के केरी इस साल फरवरी से अमेरिका के विदेश मंत्री हैं. इससे पहले वह राष्ट्रपति चुनाव में भी खड़े हो चुके हैं. मंगलवार शाम को केरी पैरिस जाएंगे. उसके बाद वह मध्यपूर्व और उत्तर अफ्रीका जाएंगे जहां मिस्र में राजनीतिक उथल पुथल को सुलझाने पर बात होगी.
रिपोर्टः एमजी/एजेए (डीपीए)