जापान के लिए दुनिया भर में बिजली बंद
२६ मार्च २०११जापान के परमाणु संकट के कारण दुनिया भर ने परमाणु ऊर्जा के इस्तेमाल को एक बार फिर सवालों के घेरे में ला खड़ा किया है. कई देश अक्षत ऊर्जा के विकल्प पर विचार कर रहे हैं.
दुनिया भर के सौ देशों की मशहूर इमारतें धरती के लिए एक घंटा बिजली बंद रखेंगी. इसमें ऑस्ट्रेलिया का सिडनी हार्बर ब्रिज, दुनिया की सबसे ऊंची इमारत दुबई की बुर्ज खलीफा शामिल हैं. टिकाऊ विकास के लिए पांच साल पहले अर्थ अवर की शुरुआत की गई. इसके सह संस्थापक एंडी रिडले ने बताया, "मुझे लगता है कि यह अब तक का सबसे बड़ा होगा. लेकिन यह कहना ही होगा कि लोगों पर निर्भर करता है. कोई आपको नहीं कहेगा कि आपको क्या करना है."
द वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर की अगुवाई में सरकार, व्यवसाई और दुनिया भर के कई लोग इसमें शामिल हैं. जीएमटी समय के हिसाब से फिजी और न्यूजीलैंड में सुबह के साढ़े सात बजे लाइटें बंद की जाएगीं और ठीक चौबीस घंटे बाद सामोआ में शुरू होंगी.
पहले से दुनिया भर में कई लोग अक्षत ऊर्जा को परमाणु ऊर्जा का विकल्प मानते हैं लेकिन जापान में 11 मार्च को आए भूकंप और सुनामी के बाद पैदा हुए परमाणु संकट से इस ऊर्जा के विरोध में आवाज और प्रखर हो गई है.
जापान में डब्ल्यूडब्ल्यूएफ क्लाइमेट चेंज के प्रोग्राम लीडर नाओयुकी यामागिशी कहते हैं, हमें जापान में अर्थ अवर की घोषणा करने में थोड़ी हिचकिचाहट हुई क्योंकि अभी कई इलाके प्राकृतिक आपदा के बाद बिना बिजली के हैं. लेकिन हमने सोचा कि देश भर में ऊर्जा बचाने की अपील करना आखिरकार अस्थाई शिविरों में रह रहे लोगों को फायदा ही करेगी. अर्थ अवर में हिस्सा लेने वाला हर व्यक्ति परमाणु ऊर्जा के खिलाफ नहीं है. मुझे लगता है कि इस दुर्घटना के कारण कुछ लोगों को ऊर्जा पर अपने विचार जाहिर करने के लिए उकसाया है.
कोशिश जारी
इंजिनीयर्स परमाणु ऊर्जा संयंत्र से रेडियोएक्टिव पानी बाहर पंप कर रहे हैं. इस कारण समुद्र में विकिरण का खतरा पैदा हो गया है. सुनामी में अपना सब कुछ को चुकीं 50 साल की महिला कहती हैं, "मैं पहाड़ों में अपने भाई के घर में बिना बिजली और पानी के रह रही हूं. मुझे दुनिया भर के लोगों का हमारे लिए सहयोग और शुभकामनाएं महसूस हो रही हैं. मैं इसके लिए कृतज्ञ हूं."
ताईवान में ताइपेई के 101 स्काइस्क्रैपर में बिजली गुल की जाएगी. वहीं एक इलाके के निवासियों ने खुद तय किया है कि वह अपने घरों की बिजली बंद रखेंगे और जापान के पीड़ितों के लिए प्रार्थना करेंगे.
भारत के लिए ट्विटर पर संदेश दिया गया, "भारत के गांव हर दिन के हर घंटे अर्थ अवर से गुजरते हैं." वहीं रग्बी के दीवाने फिजी में लाइटें तो बंद होंगी लेकिन हॉंग कॉंग सेवन मुकाबलों के कारण टीवी शुरू रहेंगे.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः एम गोपालकृष्णन