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जेल में कैद फुटबॉल का चमकीला सितारा

५ जुलाई २०१२

ब्राजील के चर्चित खिलाड़ी ब्रेनो विनिसियस बोर्गेस का भविष्य अधर में लटक रहा है. उन्हें अपने ही घर में आग लगाने का दोषी पाया गया है. म्यूनिख की एक अदालत ने उन्हें साढ़े तीन साल के जेल की सजा सुनाई है.

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तस्वीर: Reuters

ब्रेनो की उम्र 22 साल से ज्यादा नहीं है. 18 साल की उम्र में ही वह फुटबॉल का चमकता सितारा था. आज से चार साल पहले 1.5 करोड़ डॉलर उसकी कीमत लगाई थी. दुनिया के सबसे मशहूर फुटबॉल क्लब में से एक बायर्न म्यूनिख ने उसे अपनी टीम का डिफेंडर घोषित किया था. लेकिन चोट, अवसाद और अपनों से दूरी ने उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है.

Bundesliga Fußball FC Bayern München Breno Verdacht auf Brandstiftung
ब्रेनो का जलता हुआ घरतस्वीर: picture-alliance/dpa

माना जाता है कि चोट और एक के बाद एक होने वाले ऑपरेशन से तंग आकर हताशा में ब्रेनो ने अपने ही घर में आग लगा दी थी. ब्रेनो का घर म्यूनिख के नजदीकी शहर ग्रुएनवाल्ड में था. रिपोर्टों को अनुसार ब्रेनो ने शराब के नशे में अपने घर में आग लगाई. उसके बेटे और पत्नी घटना के वक्त घर में नहीं थे. मामला पिछले साल सितंबर की 19 तारीख का है.

तनावपूर्ण जीवन

जर्मन अखबार सुएड डॉयचे त्साइटुंग का कहना है कि वह बदलती हुई परिस्थितियों से तालमेल नहीं बैठा सका. भाषा की दिक्कत, अकेलापन और विदेशी लोगों को बीच में ब्रेनो खुद को असहज महसूस करने लगा. अखबार के हवाले से कहा गया है कि ब्रेनो को इस स्थिति में पहुंचाने में उसके बचपन का भी बडा़ योगदान है. अखबार ने लिखा है कि ब्रेनो का बचपन ठीक नहीं था. उसके पिता शराबी थे और मां से अक्सर झगड़ा किया करते थे.

Sport Bayern München Breno vor Gericht
अदालत में ब्रेनोतस्वीर: Reuters

ब्रेनो ने खुद एक बार कहा था, ''बचपन में मुझे बहुत रोना पड़ता था लेकिन मेरे लिए सबसे ज्यादा खुशी का वक्त वह होता था जब मेरे पास गेंद हुआ करती थी. ''आग लगाने की घटना के पहले ब्रेनो ने अपनी मानसिक हालत को इन शब्दों में जाहिर किया था, ''ब्राजील में मेरे पास कम पैसा था लेकिन वहां मैं ज्यादा खुश था. यहां मेरे पास पैसा है लेकिन जिंदगी से और सब कुछ गायब हो चुका है. ''

बेहतरीन खिलाड़ी

ब्रेनो बायर्न म्यूनिख के लिए बस 13 बार ही मैंदान में उतरा. लेकिन इस खिलाड़ी की विश्वसनीयता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब वह क्लब से जुडा तब बायर्न म्यूनिख के कोच ओटमार हिट्जफेल्ड ने कहा, ''मेरा पक्का मानना है कि वह एक महान खिलाड़ी बनेगा और वह बायर्न को बहुत कुछ देगा.'' म्यूनिख के स्ट्राइकर जोवाने एल्बर भी ब्रेनो में विश्वस्तरीय खिलाड़ी की प्रतिभा देखते थे. उस समय के जनरल मैनेजर उली होएनेस का कहना था कि ब्रेनो एक दिन दुनिया का सबसे बड़ा डिफेंडर बनेगा.

ब्रेनो को बायर्न म्यूनिख ने 1.5 करोड़ डॉलर में खरीदा था. जनवरी 2008 में वह म्यूनिख आया. पिछले साल 19 सितम्बर को डॉक्टरों ने उसे चोटों के चलते और ऑपरेशन करवाने को कहा था. इसके कुछ ही घंटे बाद ब्रेनो का घर जलता हुआ पाया गया.

वीडी/आईबी (डीपीए, एएफपी)

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