टेलिकॉम घोटाले में टाटा, अंबानी को पीएसी का समन
२९ मार्च २०११सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक स्पेक्ट्रम घोटाले पर चर्चा के लिए पीएसी की 4 और 5 अप्रैल को बैठक होनी है. इसी घोटाले के कारण पूर्व टेलिकॉम मंत्री ए राजा को इस्तीफा देना पड़ा. सूत्रों ने बताया है,"नीरा राडिया और रतन टाटा को 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन में उनकी भूमिका पर चर्चा करने के लिए 4 अप्रैल को हाजिर होने के लिए कहा गया है. 5 अप्रैल को स्वान टेलिकॉम, रिलायंस कम्यूनिकेशन समेत 4 टेलिकॉम कंपनियों और यूनीटेक के प्रतिनिधियों को बुलाया गया है." नीरा राडिया वैष्णवी कॉर्पोरेट कम्यूनिकेशंस की प्रमोटर हैं.
पीएसी के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया में टाटा और अंबानी ने कहा है कि समिति के सामने पेश होने में उन्हें खुशी होगी. टाटा संस के प्रवक्ता ने बयान जारी कर कहा है, "2जी और 3जी स्पेक्ट्रम आवंटन और टेलिकॉम सेक्टर में हाल में हुई घटनाओं के बाद पीएसी के सामने हाजिर होने की इच्छा जताई है." रिलायंस कम्युनिकेशंस के प्रवक्ता के तरफ से भी इसी तरह का बयान आया है, "अनिल अंबानी पीएसी के सामने पेश होने के मौके का स्वागत करते हैं."
वैष्णवी कार्पोरेट कम्युनिकेशन के प्रवक्ता ने भी पूछे जाने पर बताया, "हम अपना सहयोग जारी रखेंगे और पीएसी के सामने हाजिर होकर उनके सवालों के जवाब देंगे." समाचार पत्रिका आउटलुक और ओपन के संपादकों ने जब नीरा राडिया के टेप सार्वजनिक किए तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें पीएसी पूछताछ के लिए बुलाएगी. पीएसी के अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी और कई दूसरे सदस्यों ने आउटलुक और ओपन की तरफ से इन टेपों को सार्वजनिक किए जाने पर संतोष जाहिर किया.
इस टेप से ही पता चला की नीरा राडिया कथित रूप से पत्रकारों और कुछ बड़े लोगों के साथ मिल कर यूपीए सरकार की दूसरी पारी में मंत्रिमंडल के गठन पर असर डाल रही थीं. राडिया ने राजा को टेलिकॉम मंत्री का पद दिलवाया और दयानिधी मारन को बाहर रखनाया. राडिया की बातचीत में रतन टाटा का भी नाम आया है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः एमजी