ढाई साल बाद गोल्फकोर्स पर गूंजी टाइगर की गरज
२६ मार्च २०१२रविवार को टाइगर ने इतने सारे शानदार शॉट मारे कि किसी एक को बढ़िया कहना दूसरे के साथ नाइंसाफी हो जाएगी. जीत हमेशा की तरह मीठी है और खासतौर से जब इतने दिनों का फासला हो तो मिठास ज्यादा लगती ही है. बे हिल पर ट्रॉफी उठाने से बढ़िया इस गोल्फर के लिए क्या हो सकता है.
गोल्फ के टाइगर की दहाड़ एक बार फिर सुनाई पड़ी है. दो हफ्ते पहले ही उन्हें दोराल के गोल्फकोर्स से पिंडलियों की नस में सूजन और दर्द की वजह से गाड़ी में बैठ कर वापस जाने पर मजबूर होना पडा. इसी बीमारी ने पिछले साल उनके तीन महीने और दो बड़े मुकाबलों की बली ले ली.
रविवार को जब वो गोल्फ कोर्स में आए तो किसी ने उनकी सेहत के बारे में उनसे नहीं पूछा. वुड्स ने अर्नॉल्ड पामल इन्विटेशनल को पांच शॉट में जीत लिया और अब दो हफ्ते बाद होने वाले मास्टर्स टू के लिए उनका खुद पर भरोसा पक्का हो गया है. जीत के बाद वुड्स ने कहा, "यह आ रहा था. मैं कई बार इसके बेहद करीब पहुंचा. बस किसी तरह कोर्स पर टिके रहना था."
केवल दो महीने पहले चर्चा हो रही थी कि अब वुड्स कोई बड़ा शॉट नहीं मार पाएंगे. वो लगातार चूक रहे थे. उनके प्रतिद्वंदी मैक डॉवेल कहते हैं, "मैं उनके इतना करीब कभी नहीं पहुंचा." बार बार करीब पहुंच कर चूक जाना वुड्स को भी निराश कर रहा था और इसी महीने की शुरुआत में तो वो आपा खो कर एक रिपोर्टर से भी भिड़ गए. बीते मंगलवार को वुड्स के पुराने कोच हैंक हेनी की उन पर लिखी किताब 'द बिग मिस' भी बाजार में उतरी है. वुड्स ने रविवार के खेल से इस किताब के लिए एक नया अध्याय रच दिया है.
वुड्स ने 72 पीजीए टूर जीते हैं जो जैक निक्लाउस से बस एक कम है. इसके अलावा दुनिया भर के 84 खिताबों पर उनका नाम लिखा है. इनमें से 16 मुकाबले ऐसे हैं जब उन्होंने कम से कम पांच शॉट से जीत हासिल की है. इस जीत के साथ वर्ल्ड रैंकिंग में वो छठे नंबर पर पहुंच गए हैं. 22 मई के बाद पहली बार वुड्स शीर्ष के 10 खिलाड़ियों में शामिल हुए हैं. इससे पहले वुड्स ने पीजीए टूर 13 सितंबर 2010 को बीएमडब्ल्यू कप के रूप में जीता था उसके बाद 15 नवंबर 2009 को ऑस्ट्रेलियन मास्टर्स पर कब्जा जमाया. इसके बाद टाइगर भूखा ही रहा. अब ये जीत आई है जाहिर है कि इसकी गूंज आने वाले दिनों में सुनाई देती रहेगी.
रिपोर्टः एपी/एन रंजन
संपादनः आभा एम