तीरंदाजी में भारत का गोल्ड पर निशाना
४ सितम्बर २०१०भारतीय टीम ने जापान के रयोता अमानो, ताकाहारू फारूकावा और हिदेक्ल किकुची की तिकड़ी को 220 के मुकाबले 224 अंकों से हराकर पहला स्थान हासिल किया. पहले हिस्से में भारतीय टीम ने 57 अंक हासिल किए और तीन अंकों की बढ़त ले ली. दूसरे दौर में जापान ने 108 अंक बनाए जबकि भारतीय टीम 113 अंक बनाकर और आगे निकल गई.
हालांकि तीसरे दौर में जापानी खिलाड़ियों ने बेहतर प्रदर्शन किया. उन्होंने 56 अंक बनाए जबकि भारतीय टीम एक अंक पीछे रही. लेकिन पहले दो दौर में हासिल बढ़त से जापानी टीम पार नहीं पा सकी. उसे दूसरे स्थान से ही संतोष करना पड़ा.
भारतीय टीम अमेरिका में हुई वर्ल्ड कप की तीसरी स्टेज से खाली हाथ लौटी थी. तब क्वॉर्टर फाइनल में अमेरिकी टीम ने उसे हराकर बाहर कर दिया था. लेकिन इस बार शुरुआत से ही भारत के तीरंदाज गोल्ड पर निशाना लगा रहे थे. पहले राउंड में ब्रिटेन की टीम उनका निशाना बनी. कॉमनवेल्थ खेलों में भारत की सबसे तगड़ी प्रतिद्वंद्वी ब्रिटेन की टीम को भारत ने 215 के मुकाबले 218 के स्कोर से हराया. इसके बाद उन्होंने क्वॉर्टर फाइनल में उसी अमेरिकी टीम को हराया, जिससे तीसरी स्टेज में वे क्वॉर्टर फाइनल में हारे थे.
जापान की टीम भी करिश्मे करती हुई फाइनल तक पहुंची. उसने मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन कोरिया को 224-216 से हराया. लेकिन फाइनल में भारतीय तीरंदाज के निशाने ज्यादा पक्के साबित हुए.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ए कुमार