तुर्क सीमा पर सीरिया की सैनिक कार्रवाई
१० जून २०११सीरिया के सरकारी टीवी चैनल ने जानकारी दी है कि सीमाई शहर जिस्र अल शगूर में सैन्य कार्रवाई शुरू की गई है. सीरियाई सरकार ने पहले कहा था कि हथियार लिए गुटों ने करीब 120 सैनिकों को सप्ताह की शुरुआत में जिस्र अल शगूर में मार दिया. टीवी चैनल के मुताबिक, "जिस्र अल शगूर में हमारे संवाददाताओं ने हमें बताया है कि लोगों की अपील का जवाब देने के लिए सीरिया की अरेबिक सेना ने जिस्र अल शगूर में अपना काम करना शुरू किया है, हथियारबद्ध लोगों को गिरफ्तार करना."
मानवाधिकार की निगरानी करने वाली एजेंसी के रामी अब्दुल रहमान ने कहा कि सेना शहर की ओर बढ़ रही है. गोलियों की आवाज शहर में सुनी जा सकती है. जिस्र अस शगूर के नजदीक 15 हजार सैनिक तैनात किए गए हैं. यहां से लोग भाग कर तुर्की की सीमा में चले गए हैं.
ब्रिटेन, अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस और पुर्तगाल ने संयुक्त राष्ट्र से असद को दोषी करार देने की मांग की है लेकिन रूस ने इस कदम पर वीटो लगाने की धमकी दी है.
स्थानीय निवासियों का कहना है कि गुरुवार को करीब 40 टैंक और सैनिक शहर से सात किलोमीटर दूर तैनात किए गए. निवासियों का दावा है कि हिंसा उस समय शुरू हुई जब सेना के कुछ सिपाहियों ने प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने से इनकार कर दिया.
उधर तुर्की के रेड क्रॉस ने कहा है कि वह सीमा के नजदीक दूसरा शिविर लगा रहा है जहां सीरिया से आए लोग ठहर सकें. तुर्की विदेश मंत्री अहमत दावुतोग्लू ने कहा कि 2,400 लोग अभी तक सीरिया में आ चुके हैं. जिस्र अल शगूर करीब करीब खाली हो गया है. सीरिया ने देश में स्वतंत्र मीडिया पर रोक लगा दी है.
तुर्की प्रधानमंत्री रिसेप तैयब एर्दोआन ने सीरियाई सरकार की विरोध प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई को भारी अत्याचार करार दिया है. एर्दोआन ने अंतोलिया समाचार एजेंसी को बताया, "मैंने असद से चार पांच दिन पहले बात की लेकिन वह हालात की गंभीरता को कम आंक रहे हैं. दुर्भाग्य की बात है कि वह अमानवीय व्यव्हार कर रहे हैं. इस कार्रवाई को स्वीकार नहीं किया जा सकता."
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः ए जमाल