दिल के मरीजों के काम नहीं आता एस्पिरीन
२१ अप्रैल २०११अमेरिका में अलबामा विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में यह शोध किया गया. डॉक्टर एल्फ्रेड बार्टोलूची कहते हैं कि शोध के तहत जिन लोगों की जांच की गई, उनमें देखा गया कि "एस्पिरीन से कुल मिलाकर दिल की बीमारियों और मामूली दिल के दौरों में कमी तो हुई लेकिन स्ट्रोक और दिल के रोग की वजह से मौत पर इसका कोई असर नहीं पड़ा."
कितना फायदेमंद है एस्पिरीन?
एस्पिरीन के निर्माता बायर ने इस शोध को प्रायोजित किया. इनमें नौ तरह की जांच की गई और देखा गया कि एस्पिरीन दिल के दौरे रोकने में कितनी सक्षम है. 45 साल की उम्र से बड़े करीब एक लाख लोगों ने प्रयोग में हिस्सा लिया. इनमें से कुछ लोग स्वस्थ थे और कुछ लोगों को डायबिटीज की बीमारी थी लेकिन कोई भी व्यक्ति दिल का मरीज नहीं था.
शोध में पाया गया कि जो लोग एस्पिरीन ले रहे थे उन्हें दिल का दौरा पड़ने का खतरा 19 फीसदी कम था. लेकिन यह दिल के दौरे मामूली हैं और इनसे जान को खतरा नहीं है. हालांकि शोध की रिपोर्ट में कहा नहीं गया है कि कितने लोगों को दिल के दौरे हुए लेकिन इससे पहले एक समीक्षा से पता चला कि हर 1,000 लोगों में से 18 लोग जो एस्पिरीन खा रहे थे, उन्हें दिल का दौरा पड़ा. इन 1,000 में से 23 दूसरे लोग, जो मामूली दवाइयां ले रहे थे, उन्हें दिल का दौरा पड़ा.
कब लेना चाहिए एस्पिरीन
शोध से यह भी पता चला है कि एस्पिरीन से खून का बहाव भी बढ़ जाता है. शोधकर्ता इसलिए मानते हैं कि एस्पिरीन से कोई खास फायदा नहीं होता है, जहां तक दिल के दौरे की बात है. इस शोध से यह भी पता चला है कि एस्पिरीन से स्ट्रोक और उससे मारे जाने की संभावना कम हो जाती है, लेकिन ऐसा सिर्फ इत्तफाक की बात भी हो सकती है.
सियेटल में वॉशिंगटन विश्वविद्यालय के ग्रैहम निकोल ने कहा कि इस शोध से एस्पिरीन के असली प्रभावों के बारे में पता चलता है. "मुझे लगता है कि खतरे को लेकर दुनिया भर में कोई एक मत नहीं है..अगर आपको डायबिटीज है या फिर आपकी आदतें आपके दिल के लिए खतरनाक है, जैसे सिगरेट पीना और मोटापा, तो आप एस्पिरीन ले सकते हैं."
हालांकि कुछ और विशेषज्ञों का कहना है कि मरीज को अपनी पूरे स्वास्थ्य के मद्देनजर इस दवाई को खाना चाहिए. और खाने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.
रिपोर्टः रॉयटर्स/एमजी
संपादनः एन रंजन