दिलशान ने श्रीलंका की कप्तानी छोड़ी
२३ जनवरी २०१२वर्ल्ड कप 2011 के फाइनल में भारत के हाथों मिली हार के बाद कुमार संगकारा ने श्रीलंका की कप्तानी त्याग दी. वर्ल्ड कप के बाद टीम को इंग्लैंड जाना था लिहाजा बोर्ड ने आपाधापी में तिलकरत्ने दिलशान को टेस्ट, वनडे और टी-20 का कप्तान बना दिया. अभी साल भी नहीं गुजरा कि दिलशान को कप्तानी छोड़नी पड़ी. दिलशान की अगुवाई में श्रीलंका ने इंग्लैंड, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट और वनडे सीरीज गंवा दी. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले वनडे में तो टीम शर्मनाक ढंग से हारी. दक्षिण अफ्रीका के 301 रन के जवाब में श्रीलंकाई टीम सिर्फ 43 पर ढेर हो गई.
साल भर के खराब प्रदर्शन की वजह से 35 साल के दिलशान को कप्तानी त्यागनी पड़ी. श्रीलंका क्रिकेट ने एक बयान जारी कर कहा है, "एग्जीक्यूटिव कमिटी के सदस्य, कप्तान के तौर पर दिलशान के समर्पण के लिए आभारी हैं. हम चाहते हैं कि वह राष्ट्रीय खिलाड़ी के तौर पर खिलाड़ियों का प्रतिनिधित्व करते रहें."
दिलशान की अगुवाई में पहली बार श्रीलंका ने दक्षिण अफ्रीका को उसी की जमीन पर हराया. आखिरी के दो वनडे मैचों में भी टीम ने शानदार जीत दर्ज की. लेकिन करीब साल भर के खराब रिकॉर्ड से पार पाने के लिए यह तीन मैच काफी नहीं थे. कप्तानी के दौरान खुद दिलशान की बल्लेबाजी की चमक खो गई.
दिलशान के इस्तीफे के बाद श्रीलंका के ऑस्ट्रेलियाई कोच ज्यॉफ मार्श की भी छुट्टी होने जा रही है. खबरें हैं कि मार्श और टीम मैनेजर अनुरा तेन्नाकून को बोर्ड जल्द विदाई पत्र थमा देगा.
श्रीलंकाई टीम को फरवरी में ऑस्ट्रेलिया जाना है. ऑस्ट्रेलिया में टीम को भारत और मेजबान टीम के साथ ट्राई सीरीज खेलनी है. फिलहाल फौरी इंतजाम के तौर पर पूर्व कप्तान महेला जयवर्धने को टीम की बागडोर सौंपी गई है.
रिपोर्टः एएफपी/ओ सिंह
संपादनः एन रंजन