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दिल्ली धमाके में स्कूली छात्रों समेत कई गिरफ्तारियां

१५ सितम्बर २०११

पुलिस ने भारत प्रशासित कश्मीर में चार स्कूली छात्रों को दिल्ली में हाईकोर्ट के बाहर हुए बम धमाके के सिलसिले में गिरफ्तार किया है. इन चारों पर जिम्मेदारी लेने वाला ईमेल भेजने के आरोप हैं.

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तस्वीर: AP

बीते 7 सितंबर को हुए धमाके के कुछ ही घंटों में मीडिया को एक ईमेल भेजा गया. इस ईमेल में कहा गया कि धमाका आतंकवादी संगठन हरकत उल जिहादी (हूजी) ने किया. इस धमाके में 14 लोगों की मौत हुई. गुरुवार को भी एक घायल ने दम तोड़ दिया. अब भी 25 लोग अस्पताल में हैं.

कश्मीर में गिरफ्तार किए गए चारों युवक डोडा जिले के किश्तवाड़ कस्बे के रहने वाले हैं. भारत के अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने खबर दी है कि पुलिस की जांच में पता चला है कि ईमेल इन्हीं लोगों ने भेजा. इनमें से दो शारिक अहमद और आबिद हुसैन को बुधवार को हिरासत में लिया गया. ये हाई स्कूल में पढ़ते हैं. कॉलेज में पढ़ने वाले इनके दो साथियों हिलाल अमीन और आमिर अब्बास को गुरुवार सुबह ही पकड़ा गया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक फिलहाल इन्हें छह दिन की हिरासत में रखा गया है.

क्यों हुई गिरफ्तारी

इन चार लड़कों के अलावा पुलिस ग्लोबल इंटरनेट साइबर कैफे के मालिक महमूद अजीज ख्वाजा और मैनेजर अश्वनी कुमार से भी पूछताछ कर रही है. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि हिलाल अमीन हूजी का कार्यकर्ता है और ईमेल उसी के निर्देश पर भेजा गया.

लेकिन लड़कों ने ऐसा कोई ईमेल लिखने से इनकार किया है. उनका कहना है कि उन्हें यह ईमेल एक पेनड्राइव में दिया गया था. इस बारे में जब गृह सचिव आरके सिंह से पूछा गया तो उन्होंने विस्तार में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. सिंह ने कहा, "कुछ लोगों को गिरफ्तार तो किया गया है लेकिन हम अभी पूरी जानकारी नहीं दे सकते. इससे जांच पर असर पड़ सकता है."

सिंह ने बताया कि जांच एजेंसी एनआईए को धमाके के बारे में कुछ पुख्ता संकेत मिले हैं और जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है. उन्होंने कहा, "हमें कुछ सुराग मिले हैं. जांच में तरक्की हुई है लेकिन हम अभी इसे सार्वजनिक नहीं कर सकते."

आरोप हैं कि आबिद या शारिक में से किसी एक ने हरकत उल जिहादी के जीमेल अकाउंट से धमाके की जिम्मेदारी लेने वाला ईमेल भेजा. हालांकि सूत्र बताते हैं कि इन दोनों का ही कोई पुराना अपराधिक रिकॉर्ड नहीं है.

धब्बा हैं धमाके

भारत सरकार का मानना है कि हाल ही में हुए धमाके उसके रिकॉर्ड पर धब्बा हैं. पुलिस अफसरों की एक बैठक में गृह मंत्री पी चिदंबरम ने माना कि आतंकवाद से लड़ाई के लिए अभी और ज्यादा जोर लगाने की जरूरत है. चिदंबरम ने कहा, "दिल्ली और मुंबई में बीते दो महीने में दो धमाके हो चुके हैं. ये धमाके हमारी सरकार के रिकॉर्ड पर धब्बा हैं. आतंकवाद से लड़ाई अब भी आसान चुनौती नहीं है." मुंबई में 13 जुलाई को बम ब्लास्ट हुआ था. उसके बाद सितंबर के पहले हफ्ते में आतंकवादियों ने दिल्ली को निशाना बनाया.

चिदंबरम ने कहा कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान अब भी आतंकवाद के केंद्र बने हुए हैं और आतंकी संगठन पाकिस्तान से भारत पर निशाना साधना जारी रखे हुए हैं. साथ ही उन्होंने घरेलू स्तर पर सक्रिय आतंकवादी तत्वों पर भी चिंता जताई. उन्होंने कहा कि भारत में कई जगहों पर आतंकी तत्व सक्रिय हैं और उन्होंने बम बनाने की क्षमता हासिल कर ली है जो चिंता की बात है.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः महेश झा

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