दुनिया की सबसे छोटी कार है तैयार
२७ सितम्बर २०१०ये कार स्मार्ट से भी स्मार्ट है और मिनी से भी मिनी. पील की पी 50. अब ये कार फिर से सड़कों पर लोगों की नजरें चुराने के लिए आने वाली है.
पील पी 50 कारों के बचे हुए जब एक नीलामी में गैरी हिलमैन ने देखा तभी से वह इन कारों को फिर से सड़क पर दौड़ता देखना चाहते हैं. उन्हें मिला अपने ही जैसे सपने वाले फैजल खान. उस समय पील गाड़ियां 1,100 यूरो यानी करीब 65,000 रुपये में मिलती थी. इसमें एक आदमी के बैठने और एक भरी हुई थैली रखने की जगह होती. लेकिन अब फैज़ल और गैरी ने इन कारों को फिर से बनाना शुरू किया है पी50 और दो सीट वाली पील ट्राइडेन्ट.
और स्मार्ट
इसके ओरिजिनल कैनेल इंजिन में बदलाव कर दिया गया है इसे अब एकदम ग्रीन कार बना दिया गया है. इसका इंजिन इलेक्ट्रिक बनाया गया है. इस कार को बनाने वाले लंदन के उद्योगपति फैजल खान का कहना है कि ये कार स्मार्ट से भी स्मार्ट है. ये और छोटी, और आसान और साफ सुथरी है. पील को बनाने वाले सिरिल कैनेल के मॉडल में थोड़े बदलाव किए गए हैं.
खान ने बताया, "इसका ढांचा वैसा ही है लेकिन हम इंडिकेटर या वाइपर लगाने से बचना नहीं चाहते. पहले की पील को उठाकर पार्क करना पड़ता था हम नहीं चाहते कि आज के लोग ऐसा करें."
पहले इसमें कोई रिवर्स गेयर नहीं था तो ड्राइवर को पहले उतरना पड़ता और फिर 60 किलो की इस गाड़ी को हाथ से खींच के पार्क करना पड़ता था. इसे सिर्फ 70 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से चलाया जा सकता था. 1960 में आइल ऑफ मैन में ये माइक्रो कारें बनानी शुरू की गई थीं लेकिन फिर 1970 में इसका उत्पादन बंद कर दिया.
मांग बढ़ी
जबसे नई पी 50 कार लंदन के पिकाडेली सर्कस पर खड़ी है तब से पील इंजीनियरिंग के पास इसकी मांग लगातार पहुंच रही है. फिलहाल सिर्फ 50 कारें बनाई गई हैं. एक टीवी शो में अपने पार्टनर के साथ खान गए तब एक निवेशक ने इस कार के उत्पादन के लिए पैसे दिए. अभी इस कार की कीमत सिर्फ 15,000 यूरो यानी लगभग 10 लाख रुपये रखी गई है. इसका आकर्षण इतना है कि ये फरारी की चमक को भी पीछे छोड़ सकती है. अगर कार खरीदनी है तो जल्दी फैसला करना होगा, क्योंकि 50 में से 29 बिक चुकी हैं.
50 से ज्यादा कार बनेंगी भी नहीं. पील कुछ खास है और ये खास ही बनी रहेगी. ये हर कोने पर खड़ी आपको नहीं दिखाई नहीं देगी.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः वी कुमार